जहानाबाद के चंदन बने कलयुग के श्रवण कुमार : मां-बाप को कावड़ में बिठाकर करा रहे हैं देवघर यात्रा, हर ओर हो रही है चर्चा

सुल्तानगंज, (राज कुमार)। भारत की प्राचीन संस्कृति में ही मां-बाप को भगवान का दर्जा दिया गया है। हमारे शास्त्रों में भी इस बात की चर्चा है कि मां-बाप के आगे भगवान भी बच्चे बन नतमस्तक होकर सर झुकाते हैं। अत्यंत पौराणिक ग्रंथ रामायण में भी मातृ-पितृ भक्ति एक अध्याय की चर्चा है जहां श्रवण कुमार अपने अंधे माता-पिता को कावड़ में बिठाकर उनकी सेवा करते हैं। वही इसी कड़ी में इन दिनों जहानाबाद के चंदन कुमार कलयुग के श्रवण कुमार बने हुए नजर आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार चंदन अपने मां-बाप को कावड़ में बिठाकर सुल्तानगंज से बाबा वैद्यनाथ की यात्रा कराने निकले हैं। जहां अपने मां-बाप को कावड़ में लिए हुए चंदन इन दिनों बिहार में चर्चा का विषय बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि चंदन सुल्तानगंज घाट पर स्नान करने के बाद अपने मां-बाप को कावड़ में बिठाकर बाबा भोलेनाथ की यात्रा कराने अपने साथ ले जा रहे हैं। उन्हें देखकर स्थानीय पुलिस अधिकारी के साथ-साथ अन्य भक्तजन भी अचंभित हैं और उन्हें कलयुग के श्रवण कुमार की संज्ञा दी जा रही है।

इसके साथ साथ इस यात्रा में चंदन की पत्नी रानी देवी भी चंदन की सहायक की भूमिका में नजर आ रही हैं। बातचीत के दौरान चंदन ने बताया कि उनके माता-पिता की इच्छा है कि मरने से पूर्व वह एक बार बाबा वैद्यनाथ के दर्शन अवश्य करें और माता-पिता का स्वास्थ्य सही ना होने और पैसे के अभाव के कारण चंदन ने यह निर्णय लिया कि वह स्वयं ही अपने माता पिता को कावड़ में बिठाकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन कराने निकलेंगे। जहां एक ओर चंदन का साहस इस भीषण गर्मी में भी कम नहीं हो रहा है, वही सोशल मीडिया पर लोग चंदन की माता पिता की भक्ति की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।

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