मुख्यमंत्री ने की ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक, कहा- पथों के निर्माण के साथ-साथ मेंटेनेंस का भी रखे ख्याल

  • बेहतर सड़क होने से लोगों का आवागमन आसान होता है : नीतीश कुमार

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक की। वही इस बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने ग्रामीण सड़कों की अद्यतन स्थिति के साथ-साथ बिहार ग्रामीण पथ विभागीय अनुरक्षण नीति के संबंध में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। वही 1,21,703 लक्षित बसावटों की संख्या में से 1,18,348 बसावटों में सम्पर्कता प्रदान की जा चुकी है और 3,355 बसावटों में सम्पर्कता प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया की मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना एवं अन्य राज्य योजना, ग्रामीण टोला सम्पर्क निश्चय योजना तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कुल 1,19,092 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जा चुका है। उन्होंने ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में नालंदा और वैशाली जिले में किये गये कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने आधुनिक तकनीक से पथों के निरीक्षण एवं अनुश्रवण कार्य प्रणाली के संबंध में जानकारी देते हुये बताया कि इससे कार्यान्वयन और गुणवता जांच बेहतर तरीके से होगा। वही उन्होंने अनुरक्षण नीति की कार्ययोजना, पदों के सृजन, यंत्र-संयंत्र सामग्री की आपूर्ति, अनुरक्षण नीति की क्रियाविधि, गुणवत्ता सुनिश्चित करने की व्यवस्था, कार्यों का सघन अनुश्रवण सुनिश्चित करने आदि के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। वही इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर सड़क होने से लोगों का आवागमन आसान होता है। ग्रामीण पथों का बेहतर रखरखाव विभाग द्वारा ही करायें, इसके लिए आवश्यकतानुसार जितने अभियंताओं और कर्मियों की जरूरत हो उनकी जल्द बहाली करायें। विभाग द्वारा जो पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 2 जिलों में कार्य करने की पूरी स्थिति दिखायी गयी है, उसे पूरे राज्य में क्रियान्वित करें। आगे उन्होंने कहा की विभाग के लोग पथों के निर्माण और मेंटेनेंस के लिए सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारी के साथ कार्य करेंगे तो बेहतर सड़कों का निर्माण होगा और सड़कें मेंटेन भी रहेंगी। CM नीतीश ने आगे कहा कि संसाधनों की जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जायेगा। निर्माण कार्य में लगा विंग बेहतर कार्य योजना के साथ काम करेगा तो कार्यों की गुणवत्ता और बेहतर होगी। निर्माण के साथ-साथ मेंटेनेंस को लेकर पथों का स्थलीय निरीक्षण करते रहें।

वही पुल-पुलियों का मेंटेनेंस भी बेहतर ढंग से हो। मेंटेनेंस विंग पथों का प्रभावी ढंग से निरीक्षण कर बेहतर मेंटेनेंस करेगा तो उसकी प्रशंसा सब जगह होगी। ग्रामीण कार्य विभाग बचे हुये टोलों के लिये भी पथों का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करायें ताकि उनकी सम्पर्कता सुलभ हो सके। आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हमलोगों ने बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। हमलोगों का उद्देश्य सिर्फ बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराना ही नहीं है बल्कि उसका अच्छे से मेंटेनेंस भी उतना ही जरूरी है। सड़कों की मरम्मति के साथ-साथ साफ-सफाई भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा मेंटेनेंस करवाने से खर्च में भी बचत होगी और लोगों को नौकरी और रोजगार के अवसर मिलेंगे। वही इस बैठक में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, अभियंता प्रमुख अशोक कुमार मिश्रा, मुख्य अभियंता भागवत राम, IIT इन्दौर के प्रोफेसर विमल भाटिया, IIT कानपुर के प्रोफेसर रोहित पाण्डेय उपस्थित थे।

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