सहरसा में फर्जी प्रमाणपत्र से बहाल हुए 16 होमगार्ड जवानों की अहर्ता रद्द, सात दिनों के अंदर मांगा गया स्पष्टीकरण

सहरसा। बिहार के सहरसा में फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र के आधार पर सहरसा में बहाल हुए 16 होमगार्ड जवानों की अहर्ता रद्द कर दी गई। बहल हुए 16 जवानों में आठ मुजफ्फरपुर होमगार्ड सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे थे। सहरसा कमांडेंट की सूचना के बाद मुजफ्फरपुर के कमांडेंट त्रिलोकीनाथ झा ने सभी आठ जवानों को हटाकर सहरसा वापस कर दिया। उन्होंने बताया कि सहरसा से आए पत्र के आधार पर उन्हें निष्कासित किया गया है। फर्जीवाड़ा में पकड़ाये जवानों से सात दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है कि क्यों नहीं उनपर एफआईआर दर्ज कराई जाए। सहरसा के वरीय कमांडेंट ने मुजफ्फरपुर होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र को सूचना देते हुए बताया है कि विज्ञापन संख्या 02/2011 के आलोक में गृहरक्षक उम्मीदवारों का चयन हुआ था। इसका परिणाम 30 अप्रैल 2022 को प्रकाशित हुआ। चयनित उम्मीदवारों के शैक्षणिक योगयता प्रमाणपत्र की जांच शिक्षा उपनिदेशक से कराई गई। सत्यापन में शिक्षा विभाग ने 16 अभ्यर्थियों की शैक्षणिक प्रमाणपत्र को फर्जी घोषित कर दिया।

वही फर्ज प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने वाले उम्मीदवारों ने होमगार्ड नियम चार का उलंघन किया है। इसलिए उनकी अहर्ता रद्द की जा रही है। फर्जी घोषित हुए 16 होमगार्ड जवानों में मुजफ्फरपुर में गौतम नगर की मोनी कुमारी, टेकनमा निवासी कंचन कुमारी, सहुरिया पश्चिमी निवासी बिंदु कुमारी, बलहमपुर सिमरी निवासी शिकी कुमारी, बख्तियारपुर निवासी सजन कुमारी, भौरा निवासी उदय मेहता, सितुआहा निवासी राकेश कुमार और रंजीत कुमार शामिल हैं। इसके अलावा सहरसा में ट्रेनिंग ले रहे सहरसा के कोयरिया निवासी एमपी कुमार, कहरा निवासी ब्रजेश कुमार यादव, साहपुर निवासी पप्पू कुमार, घोघनपट्टी निवासी विकास कुमार, जम्हरा निवासी सिंटु कुमार, इंदरवा निवासी सुबोध कुमार, महेशपुर निवासी शशि कुमार और कबिलासी निवासी अरविंद यादव शामिल हैं।

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