पटना में पारा चढ़ने से लोगों को राहत; उत्तर बिहार में शीतलहर का सितम जारी, मकर संक्रांति के बाद पड़ेगी भयंकर ठंड

पटना। बिहार में कड़ाके की ठंड से लोगों को हल्की राहत मिली है। पछुआ के प्रवाह की दिशा और दशा में आंशिक बदलाव से पटना समेत दक्षिण बिहार के कई जिलों में शीतलहर का असर कम हुआ। मगर उत्तर बिहार के अधिकतर जिलों में लोगों को राहत नहीं मिल पाई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी उत्तर बिहार के अधिकतर शहरों में एक-दो दिन भीषण ठंड और कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। लेकिन, 14 जनवरी तक दक्षिण बिहार में कड़ाके की सर्दी से कुछ राहत के आसार हैं। बुधवार को पटना समेत 22 जिलों में अधिकतम तापमान ऊपर चढ़ा। दिन में धूप निकलने से लोगों को सुकून का अहसास हुआ। पटना में 1.4 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ अधिकतम तापमान 18 डिग्री पर पहुंच गया। यहां अब भी अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री नीचे बना हुआ है। हालांकि राज्य में कहीं भीषण शीत दिवस तो कहीं शीत दिवस की स्थिति रही। मौसम विभाग ने बुधवार को सर्द सुबह की वजह से पटना और छपरा में शीतदिवस घोषित किया गया। वहीं भागलपुर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, सुपौल, फारबिसगंज, सबौर और मोतिहारी में भीषण शीत दिवस की स्थिति रही। राज्य में सबसे ठंडा बांका रहा। वैसे यहां 2.2 डिग्री न्यूनतम तापमान ऊपर चढ़ा है। गया में न्यूनतम तापमान बढ़कर छह डिग्री पहुंचा। रोहतास, औरंगाबाद, गया, सारण, पूर्वी चंपारण, नवादा और बांका में न्यूनतम पारा 7 डिग्री से नीचे है।
मकर संक्रांति के बाद फिर भयंकर ठंड
15 जनवरी से दक्षिण बिहार में फिर से ठंडी हवाओं का प्रवाह बढ़ेगा। अभी कुछ जिलों को छोड़ दें तो राज्य के अधिकतर शहरों का न्यूनतम तापमान आठ डिग्री के आसपास है। मौसम विभाग के निदेशक विवेक सिन्हा ने कहा कि अभी चल रही हवाएं सर्द होने के बावजूद पहले की अपेक्षा थोड़ी गर्म हैं। इनमें बर्फीला प्रभाव थोड़ा कम है। 15 जनवरी और उसके बाद तापमान में फिर से दो तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जाएगी।

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