रक्त देकर विद्यार्थियों ने गुरु का किया सम्मान,शिक्षक-दिवस पर हेल्थ इंस्टिच्युट में लगाया गया ‘रक्त-दान शिविर’

फुलवारीशरीफ। गुरुवार को पटना एम्स तथा बिहार ब्लड डोनर टीम के संयुक्त तत्त्वावधान में शिक्षक-दिवस पर इंडियन इंस्टिच्युट औफ़ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च के विद्यार्थियों ने संस्थान के निदेशक-प्रमुख डा अनिल सुलभ और मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति मेजर बलबीर सिंह ‘भसीन’ सहित संस्थान के सभी शिक्षकों के समक्ष एक-एक कर छात्र-छात्राओं ने रक्त-दान कर शिक्षकों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया । इस अवसर पर डा राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर तथा केक काट कर उन्हें श्रद्धापूर्वक स्मरण किया गया । रक्त-दान करने वाले छात्र-छात्राओं के चेहरों पर मुस्कान और संतोष के भाव, इस बात की अभिव्यक्ति दे रहे थे कि,रक्त देकर भी गुरु से प्राप्त ज्ञान का मूल्य नहीं चुकाया जा सकता । रक्त-दान करने वाले छात्र-छात्राओं में डा प्रवीण कुमार, सोनली रमण, रोहित कुमार,निर्विका सिंह,प्रभात कुमार, अमित कुमार, तैय्यब अली खान, अजीत कुमार,चंदन कुमार, सबा अली, सुमीत कुमार,राहुल कुमार, हिमांशु कुमार, अफ़साना खातून, बलराम कुमार,मोहिनी, सौरभ सुमन, मो अबू मक़सूद, शेखर कुमार के नाम प्रमुख हैं। सभी रक्त-दाता छात्र-छात्राओं को एम्स पटना की ओर से प्रमाण-पत्र,और ‘ब्लड-डोनर कार्ड’ देकर सम्मानित किया जाएगा ।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए डा सुलभ ने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान दार्शनिक सर्वपल्ली डा राधा कृष्णन को राष्ट्रपति या पूर्व राष्ट्रपति कहलाने से अधिक शिक्षक कहलाना अच्छा लगता था । डा सुलभ ने कहा कि आज भी भारत वर्ष में जो सम्मान एक शिक्षक का है,वह किसी और का नहीं । उन्होंने कहा की जब शिक्षकगण अपने दायित्व को समझ लेंगे तब शिक्षा से संबंधित संसार की सभी समस्याएँ समाप्त हो जाएँगी |
मगध विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति मेजर बलबीर सिंह ‘भसीन’ने अपनी एक कविता के माध्यम से यह बताने की चेष्टा की, कि किस तरह आज के छात्र ‘विद्यार्थी’नही रहे और ‘शिक्षक’भी शिक्षक नहीं रहे । उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में जो कमियाँ दिखाई देती है,वह वास्तव में शिक्षकों की कमियों का ही परिणाम है ।

इस अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के पैथोलौजी विभाग में ब्लड बैंक की ट्रान्सफ़्यूज़न औफिसर डा नेहा, डा शबाना आज़ाद, डा अबनीश रंजन, अभिजीत पाण्डेय, राधे श्याम शर्मा, संजीत कुमार तथा प्रो संतोष कुमार सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए । शिविर में एम्स के नर्सिंग औफिसर फलक गुप्ता,अंकुर, स्नेहा कुमारी, पूनम कुमारी,तकनीकी सहायक ब्रजेश कुमार, शुभम मेहरा,कुमार उमाकांत,तारिक अज़ीज़, अभिजीत कुमार, समद अली,तैय्यब अंसारी और एरम अफ़ज़ल ने अपनी सेवाएँ दी ।

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