वैशाली : लालगंज थानाध्यक्ष के चार ठिकानों पर EOU का छापा, 93% अधिक आय का चला पता

पटना। शराब के धंधेबाजों से गठजोड़ कर काली कमाई करने के आरोप में बिहार के वैशाली जिला के लालगंज थानाध्यक्ष चंद्रभूषण शुक्ला पर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर बुधवार को थानेदार के चार ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। लालगंज थानाध्यक्ष के कार्यालय एवं आवास के साथ हाजीपुर स्थित किराये के मकान, सिवान के रघुनाथपुर स्थित पैतृक आवास और छपरा शहर स्थित आवास की सघन तलाशी ली गई। इस दौरान आय के ज्ञात स्रोत से करीब 93 फीसद अधिक आय का पता चला है। अवैध रूप से अर्जित राशि को स्वजनों के बैंक खातों में जमा कर उसे वैध बनाने का प्रयास भी किया गया है। तलाशी में करीब नौ बैंक खातों से संबंधित कागजात, दो लाकर, जमीन के दस्तावेज, 92 हजार नकद, बीमा पालिसी में निवेश से जुड़े कागजात आदि बरामद किए गए हैं। इन्हें जल्द ही निलंबित करने की कार्यवाही की जा सकती है। बता दें इसके पूर्व 30 अक्टूबर को राजधानी पटना के जक्कनपुर थानाध्यक्ष कमलेश प्रसाद के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। उसमें आय से अधिक संपत्ति का मामला था।
पत्नी के नाम पर बेतिया में आवासीय व कृषि जमीन
ईओयू अधिकारियों के अनुसार, थानाध्यक्ष चंद्रभूषण शुक्ला ने स्वयं, पत्नी एवं अपने स्वजनों के नाम पर काफी संपत्ति अर्जित की है। विभिन्न बैंक व वित्तीय संस्थानों में काफी राशि का निवेश भी किया गया है। थानेदार की पत्नी के नाम पर बेतिया में एक आवासीय भूखंड तथा एक कृषि भूखंड के कागज मिले हैैं। वहीं पिता के नाम पर छपरा में एक आवासीय मकान की जानकारी भी मिली है। थानेदार व पत्नी के बैंक खातों में 11.79 लाख रुपये जमा पाए गए। बीमा पालिसियों के प्रीमियम, म्यूचुअल फंड तथा गाड़ी की खरीद पर करीब 34.74 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा अन्य मद में 13.73 लाख की राशि खर्च की गई है।
चल-अचल संपत्ति बढने की संभावना
ईओयू की जांच में थानेदार के वेतन एवं अन्य ज्ञान स्रोत से करीब 64 लाख की आय की जानकारी मिली है, जबकि कुल अर्जित परिसंपत्ति 89 लाख 46 हजार रुपये है। इसके अलावा कुल खर्च 34 लाख छह हजार रुपये पाया गया है। इस प्रकार उनकी संभावित बचत 29 लाख 93 हजार रुपये ही होनी चाहिए। इस प्रकार थानेदार के पास 59 लाख 62 हजार से अधिक की परिसंपत्ति पाई गई। बैंक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई की जा रही है। ईओयू के अनुसार, अग्रतर जांच में चल-अचल संपत्ति बढने की संभावना है।
2009 में बने थे दारोगा
चंद्रभूषण शुक्ला 2009 बैच के दारोगा के तौर पर पुलिस सेवा में आए थे। बिहार सशस्त्र पुलिस-6 मुजफ्फरपुर में प्रशिक्षण के बाद मार्च 2010 में बेतिया में योगदान दिया था। जून 2016 से जनवरी 2019 तक पूर्वी चंपारण जिले में कार्यरत रहे। ईओयू के अनुसार, इस दौरान ही चंद्रभूषण ने काफी संपत्ति अर्जित की। वह जनवरी, 2019 से वैशाली में पदस्थापित हैं।

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