2680 करोड़ रूपये से बिहार के 5 SH की बदलेगी सूरत, ADB से कर्ज पर बनी सहमति

पटना। बिहार के पांच स्टेट हाइवे को और चौड़ा किया जाएगा। इन सड़कों का निर्माण अंतरराष्ट्रीय मानकों पर किया जाएगा। सड़क निर्माण में 2680 करोड़ खर्च होंगे। इसके लिए बिहार सरकार एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) से कर्ज लेगी। बिहार राज्य पथ विकास निगम और एडीबी के बीच कर्ज पर सहमति बन गई है। बीते सोमवार को निगम और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के बीच समीक्षा बैठक हुई थी। इस दौरान संवेदक के चयन हेतु निविदा की प्रक्रिया आरंभ करने की हरी झंडी दे दी गई है। एजेंसियों का चयन मई 22 तक करने का लक्ष्य रखा गया है। जिन सड़कों का उन्नयन होना है, उसमें एसएच-95 मानसी-सिमरी बख्तियारपुर पथ, एसएच-98 कटिहार-बलरामपुर, एसएच-99 बायसी-बहादुरगंज-दीघल बैंक पथ, एसएच-101 अम्बा-देव-मदनपुर, एसएच-103 मंझवे-गोविंदपुर और एसएच-105 बेतिया-नरकटियागंज पथ शामिल है।
अधिकारियों के अनुसार, इन सभी सड़कों को अंतरराष्ट्रीय मानक के आधार पर चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया जाना है। सभी परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 2680 करोड़ आंकी गई है। इसके लिए एडीबी लगभग 329 मिलियन डालर का ऋण भारत सरकार को देगी। सभी परियोजनाओं का कार्यान्वयन पथ विकास निगम के माध्यम से ही होगा। समीक्षा के क्रम में इन सड़कों के जमीन अधिग्रहण पर भी बातचीत हुई। मंत्रालय के अनुसार कम से कम 80 फीसदी भूमि का अर्जन किया जाना आवश्यक होगा। निगम के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार के अनुसार, एसएच-95, 98 और 101 में पर्याप्त मात्रा में जमीन अधिग्रहित कर ली गई है। जबकि एसएच-99, 105 और 103 में भू-अर्जन का प्रगति कार्य संतोषजनक है। जुलाई 2022 तक आवश्यक जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। अगस्त 2022 में कर्ज देने का लक्ष्य तय किया गया है।
लोगों के समय बचेंगे
इन सड़कों के निर्माण से न केवल आवागमन आसान होगा बल्कि लोगों के समय भी बचेंगे। सड़कों का एलाइनमेंट तय करते समय अगर पेड़ आए तो उसे दूसरे स्थानों पर लगाया जाएगा। घरों को पुनर्वासन किया जाएगा और उन्हें रहने के लिए वैकल्पिक स्थान दिया जाएगा। एसएच-95 के निर्माण से सिमरी बख्तियारपुर पर आवागमन में लगभग 2 से 2:30 घंटे की बचत होगी। इस मार्ग में प्रस्तावित पुल से मानसी से सहरसा जाने में लगभग 200 किमी की दूरी कम हो जाएगी। एसएच-98 के निर्माण से पूर्वी बिहार से उत्तरी पश्चिम बंगाल आने-जाने में सुविधा होगी। एसएच-99 के बन जाने से सुदूरवर्ती जिले किशनगंज से एनएच-30, एनएच-327 और इंडो-नेपाल बॉडर रोड के द्वारा बिहार के अन्य जगहों पर आने-जाने में सुविधा होगी।

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