प्रदेश में अब आटे ने बिगाड़ा घर का बजट, एक किलो पर सात रुपए तक बढ़े दाम

पटना। बिहार में आटा महंगा हो गया है। पटना में इसके दामों में बीते सात दिनों में पांच रुपये तक का उछाल आया है। दरअसल, गेहूं के दामों में उछाल के साथ ही आटे के दामों में तेजी दर्ज की गई है। ब्रांडेड से लेकर नान ब्रांडेड आटे के दाम में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इससे आम आदमी की परेशानी बढ़ रही है। एक तरह गेहूं के दाम बढ़ने से आटे के भाव ने रफ्तार पकड़ रखी है। पिछले एक सप्ताह में आटे का दामों में उछाल दर्ज किया गया है। आटे का दाम प्रत्येक किलो सात रुपये बढ़ गया है। आटे के बढ़े दामों ने किचन का बजट का खराब कर दिया है। लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। बाजार में आटे की कमी नहीं है, लेकिन अधिक दाम पर आटा बिक रहा है। जानकारी के अनुसार, गेहूं के दाम बढ़ने से आटे का दाम बढ़ गया है। बाजार में गेहूं 30 से 32 रुपये किलो बिक रहा है। यही वजह है कि गेहूं के दाम बढ़ने से आटे का दाम भी बढ़ गया है। बाजार में नान ब्रांडेड आटा लोकल मिल से आता है। जबकि ब्रांडेड आटा उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश से बाजार में आता है।
खुदरा में आटा बिक रहा 40 रुपये किलो
बाजार में खुदरा में आटा 40 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है। जबकि थोक में 33 से 35 रुपये प्रतिकिलो आटा बिक रहा है। पुराने गोदाम स्थित आटे के थोक विक्रेता लाल बाबू ने कहा कि प्रत्येक वर्ष ठंड के मौसम में आटे के दाम में बढ़ोतरी होती है। क्योंकि ठंड में आटे की मांग अधिक हो जाती है। एक महीने के बाद आटे का दाम कम हो जाएगा। जबकि बाजार में आटे की कोई कमी नहीं है। नान ब्रांडेड से लेकर कई ब्रांड का आटा बाजार में उपलब्ध है। वही गेहूं का दाम बढ़ने से आटे का दाम बढ़ गया है। एक सप्ताह पहले गेहूं का दाम 27 सौ रुपये प्रति क्विंटल था। जिसका दाम बढ़कर तीन हजार रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इसके कारण आटे का दाम 35 रुपये किलो से बढ़कर 40 रुपये किलो हो गया है। सरकार अगर एक सप्ताह में गेहूं उपलब्ध नहीं कराती है तो बाजार में आटे की किल्लत हो जाएगी।

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