तुषार हत्याकांड के विरोध में पटना की सड़कों पर उतरे लोग, पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

पटना। बिहटा थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव में शिक्षक राजकिशोर पंडित के पुत्र तुषार के अपहरण और हत्या के बाद आक्रोशित ग्रामीण और परिजनों ने बिहटा-पटना मुख्य पथ और बिहटा-सरमेरा पथ पर आगजनी कर जाम कर दिया। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। आक्रोशित लोगों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ काफी नराजगी देखा जा रहा है। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। लोगों की मांग है कि आरोपित को जल्द से जल्द फांसी दिया जाए और इस कांड में जो लोग भी शामिल हैं, उन पर करवाई किया जाए। बिहटा थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव से शिक्षक के इकलौते पुत्र तुषार की अपराधियों ने 4 दिन पहले फिरौती के लिए घर से अपहरण कर लिया था और उसकी हत्या कर शव को जला डाला था। खेदलपुरा गांव के जंगल से अधजला शव को पुलिस ने दो दिन पहले बरामद किया और पोस्टमार्टम कराकर इस बात की पुष्टि कर डाली कि अधजला शव तुषार का ही है। अपराधियों ने अपहरण के बाद तुषार के पिता को व्हाट्सएप पर वॉइस मैसेज कर 40 लाख रुपए की फिरौती की मांग किया था। बाद में 25 लाख देने की बात कहते हुए पुलिस को बताने पर जान से मारने की धमकी दिया था। इस मामले में पीड़ित पिता ने अपहरण के दिन ही लिखित आवेदन देकर थाने में मामले को दर्ज कराया था। अपहरण के बाद शनिवार को इलाके में शव मिलने की खबर मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। जले हुए शव के पास चादर के जले टुकड़े माचिस और जलाने के लिए इस्तेमाल में सीमेंट का बोरा मिला था। आरोपित मुकेश कुमार कन्हौली गांव में ही स्वामी विवेकानंद स्कूल चलनेवाले का काम करता था। कर्ज में डूबे शिक्षक मुकेश कुमार ने अपहरण की साजिश रची और फिरौती की मांग किया। अपहरण किए जाने के कुछ ही घंटो के भीतर आरोपी मुकेश कुमार ने उसकी हत्या कर शव को जला दिया था। इस मामले में लोगों ने पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। अधजला शव मिलने के 36 घंटा के बाद बताया गया कि वह तुषार का है। हंगामा को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।

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