किशनगंज में ओवैसी का हमला, कहा- जुम्मे की नमाज पढ़कर शैतानी ताकतों हारने के लिए वोट करें

किशनगंज। सीमांचल की चार सीटों में से एक किशनगंज लोकसभा सीट पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अपना आखिरी दांव खेला है। यहां वह वोटरों को जुम्मे की नमाज की याद दिलवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘मोदी की एक ही गारंटी है, वह है मुसलमानों से नफरत की गारंटी, इसलिए 26 अप्रैल जुम्मा का दिन है। जुम्मे के दिन नमाज पढ़कर जाएं और शैतानी ताकतों को हरायें।’
मुस्लिम वोटरों को मजहब की दिलाई याद
ओवैसी ने 68 फीसदी मुस्लिम आबादी वाले किशनगंज में मुस्लिम वोटरों को मजहब को प्रति भावूक किया। उन्होंने नरेंद्र मोदी के राजस्थान में मुसलमानों पर दिए गए बयान को मुद्दा बनाते हुए किशनगंज प्रखंड के बेलवा हाई स्कूल के मैदान में कहा कि नरेंद्र मोदी 17 करोड़ की आबादी कोई कम नहीं होती। RSS नेताओं ने अंग्रेजों की दलाली की, लेकिन मुसलमान कंधे से कंधा मिलाकर अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई में शामिल हुए।
हिम्मत है तो चीन को देश से हटाएं
ओवैसी ने कहा कि देश की जमीन पर चाइना ने कब्जा जमा कर रखा है। नरेंद्र मोदी को हिम्मत है तो उसे बाहर निकालें। मोदी चीन की बात नहीं करते देश में नफरत पैदा करके वोट हासिल करना चाहते हैं। नीतीश कुमार के मुंह में दही जम चुकी है, वह कुछ नहीं बोलेंगे। वह अब बीजेपी के साथ चले गए हैं।
योगी सरकार पर भी साधा निशाना
असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा की जा रही बुलडोजर की कार्रवाई और असम में अवैध मदरसों के खिलाफ की गई कारवाई का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ‘किशनगंज सीट जीतने के बाद उन लोगों के भी हौसले बुलंद होंगे। सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार शरीफ में मदरसा को जला दिया गया, कोई बोलने वाला नहीं था और कहते हैं कि हम सेकुलर हैं।’
पीएम के मुसलमान वाले बयान पर भड़के ओवैसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी हिन्दू महिलाओं का मंगलसूत्र छीन कर घुसपैठियों को देना चाहती है, उसपर ओवैसी ने भड़कते हुए कहा कि जब कोरोना उफान पर था तो मोदी की गलत नीतियों के कारण हमारी बहनें बेवा हो गईं।
मोदी और शाह भी इतने भाई-बहन’
वहीं मोदी के मुस्लमानों द्वारा जनसंख्या बढ़ाने वाले बयान को लेकर जोरदार निशाना साधा और कहा कि ‘नरेंद्र मोदी आपके पिता ने भी तो बच्चे पैदा किए। नरेंद्र मोदी छह भाई बहन हैं और अमित शाह भी छह भाई बहन हैं लेकिन सिर्फ मुसलमान को बदनाम किया जाता है। जबकि मुस्लमानों का फर्टीलिटी रेट घटा है।
कांग्रेस को भी लपेटे में लिया
वहीं ओवैसी ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसने तबलीगी जमात पर कोरोना फैलाने का आरोप लगाया, जिसने CAA का समर्थन किया, उसे कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है और हम पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि ‘जिस तरह बीजेपी के पास एक वाशिंग मशीन है कि उनकी पार्टी में जो भी भ्रष्टाचारी जाता है वो साफ सुथरा हो जाता है, उसी तरह कांग्रेस में जो बीजेपी वाला आता है वो सेकुलर हो जाता है।’
किशनगंज पर फतेह की तैयारी में हैं ओवैसी
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम बहुल किशनगंज लोकसभा सीट पर चुनाव जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बीते तीन दिनों से वह लोकसभा क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर 9 सभाओं को संबोधित कर चुके हैं। सभी सभाओं में मुस्लिम वोटरों को अपने धर्म से जोड़कर भावुक कर अपने प्रत्याशी अख्तरुल ईमान के पक्ष में वोट देने की अपील कर मुस्लिम समुदाय को गोल बंद करने में लगे हुए हैं।
नरेंद्र मोदी ने मुसलमानों को लेकर क्या कहा था
पीएम मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में कहा कि ‘कांग्रेस अगर केंद्र में सत्ता में आती है तो वह लोगों की संपत्ति लेकर मुसलमानों को बांट देगी।’ पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि ‘कांग्रेस कहती है कि देश के संसाधनों पर ‘पहला हक’ अल्पसंख्यक समुदाय का है। कांग्रेस का घोषणापत्र कह रहा है कि वे माताओं बहनों के सोने का हिसाब करेंगे, उसकी जानकारी लेंगे और फिर उस संपत्ति को जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंगे। घुसपैठियों को बांटेंगे।’
किशनगंज सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
किशनगंज लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण नहीं बल्कि धार्मिक समीकरण मायने रखता है। 68 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले किशनगंज सीट पर दूसरे चरण में आगामी 26 अप्रैल को मतदान होगा। यहां पर महागठबंधन से कांग्रेस की टिकट पर मौजूदा सांसद डॉ. मो. जावेद आजाद फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं एनडीए से जेडीयू के ने मुजाहिद आलम को उम्मीदवार बनाया है। जबकि एआईएमआईएम ने अख्तरुल ईमान को मैदान में उतारा है।

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