बिहार में बेरोजगार तेजस्वी के पास राहुल के साथ जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं: जीतनराम मांझी

पटना। शुक्रवार को बिहार में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत राहुल गांधी के साथ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंच साझा करते हुए सीएम नीतीश और एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला। वहीं शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी महागठबंधन के साथ जाने की सभी अटकलें पर पूर्ण विराम लगा दिया है। वहीं अब इसी मामले में बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने तेजस्वी यादव पर तंज कसा है। उन्होने कहा कि तेजस्वी यादव अब बेरोजगार हो गए है। ऐसी स्थिति में अब वो राहुल गांधी के साथ नहीं तो कहां जाएंगे। गया में एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव बेचारे बेरोजगार हो गए हैं। बेरोजगार की स्थिति में वो राहुल गांधी के साथ नहीं जाएंगे तो कहां जाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विश्वास जताते हुए कहा कि- अब नीतीश जी पाला नहीं बदलेंगे। नीतीश कुमार भी बोल रहे थे कि 2005 की स्थिति अब किसी भी परिस्थिति में नहीं आने देंगे। इस गठबंधन को छोड़कर नीतीश जी अब कहीं नहीं जाएंगे। इस पर मुझे पूरा विश्वास है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी महागठबंधन के रूप में इंडी नाम की एक विरोधी गठबंधन बनाने का काम किया था। इसमें नीतीश कुमार भी आगे पीछे हो रहे थे। इंडी में लोगों का मिशन काफी गड़बड़ थे। इन लोगों का मिशन यह नहीं था कि यहां बेरोजगारी दूर हो जाए। यह भी नहीं था कि हमारा चंद्रयान जो चंद्रमा पर गया है वह सफल हुआ है उस पर बात करें। भारत का इकॉनमी विश्व में थर्ड इकोनॉमी के रूप में उभर रहा है। इसकी चिंता इन्हें नहीं था। उनकी चिंता बस एक थी कि भारत का प्रधानमंत्री कौन होगा। उसी दिन मुझे ऐसा लगा कि इन लोगों का उद्देश्य ठीक नहीं है। ताश के पत्ते की तरह बिखर जाएंगे और यही हुआ। पहले नीतीश कुमार जी खुद एनडीए में चले आये हैं। ममता जी का भी कुछ यही कहना है। दिल्ली में केजरीवाल जी भी कुछ अलग बात कह रहे हैं। ऐसी स्थिति में तेजस्वी जी बेरोजगार हो गए तो राहुल जी साथ नहीं जाएंगे तो कहां जाएंगे। जीतनमांझी ने कहा कि बिहार में गरीबों के बीच करीब 5 से 6 लाख हेक्टेयर जमीन परवाना में वितरण किया गया था। इस बारे में नीतीश कुमार को अवगत कराते रहे कि बांटे गए जमीन का 70 प्रतिशत कब्जा दूसरे का हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत में किसानों का बंद नहीं है। विशेष करके पंजाब की बात आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए काफी कार्य किए हैं। किसानों की उन्नति के प्रति वह प्रतिबद्ध हैं। किसानों का यह आंदोलन ज्यादा दिन नहीं चलेगी।

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