नर्क जाने से बचने के लिए करें नरक-निवारण चतुर्दशी

3 फरवरी को सर्वार्थ सिद्धि योग में मनी नरक निवारण चतुर्दशी

पटना। माघ कृष्ण चतुर्दशी यानि आज यह नरक निवारण चतुर्दशी उत्तराषाढ़ नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग भगवान शिव को अत्यंत प्रिय पर्व मनाया जा रहा है। आज के दिन श्रद्धालु पुरे दिन निराहार उपवास कर शिव की पूजा-अर्चना करेंगे। इस व्रत को करने से एक हजार अश्वमेध यज्ञ और सैकड़ों वाजपेयी यज्ञ करने का फल प्राप्त होता है। व्रतियों को कई जन्मो के पापों का नाश भी हो जाता है। यह चतुर्दशी मिथिलांचल की अति महत्त्वपूर्ण पर्वों में से एक है। नर्क की यातना और पाप कर्मो के बुरे प्रभाव से बचने तथा स्वर्ग में अपने लिए सुख और वैभव की कामना की चाह रखने वाले श्रद्धालु इस दिन भगवान भोलेनाथ की आराधना कर पुरे दिन का व्रत रखते है और संध्या में इसका पारण बेर खाकर करते है।

पटना के प्रमुख ज्योतिष विद्वान राकेश झा शास्त्री के मुताबिक नरक निवारण चतुर्दशी के दिन व्रत रखकर जो श्रद्धालु भगवान शिव सहित माता पार्वती और गणेश जी की पूजा-अर्चना करते हैं उन पर भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। नर्क जाने से बचने के लिए नरक-निवारण चतुर्दशी के दिन भगवान शिव को बेलपत्र और बेर अर्पण करना चाहिए। पंडित झा ने बताया कि आज के ही दिन पर्वतराज हिमालय ने अपनी पुत्री पार्वती की शादी का प्रस्ताव भगवान शिव के पास भेजा था, यानी इसी दिन भगवान शिव का विवाह तय हुआ और महाशिवरात्रि को इनका विवाह सम्पन्न हुआ था। ज्योतिषी झा ने कहा कि संध्या में इस व्रत का पारण मिथिला पंचांग के अनुसार शाम 05:25 बजे के बाद होगा। वहीं बनारसी पंचांग के तहत संध्या 05:27 बजे के बाद करेंगे।

उपवास से मिलेगी शिव कृपा, दूर होंगे कष्ट

कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित राकेश झा के अनुसार मोक्ष प्राप्ति का महान शिव उपासना पर्व नरक निवारण चतर्दशी रविवार को पड़ने से इस दिन सूर्य देव की आराधना करने से नाना प्रकार के पीड़ाओं से भी छुटकारा मिलेगा। आज के दिन महादेव की कृपा के लिए शिव चालीसा, शिवस्त्रोत, शिव पुराण, लिंग पुराण का पाठ करना चाहिए। उन्होंने बताया कि आज के ही दिन बाबा कुशेश्वरनाथ और बाबा कपिलेश्वर महादेव की प्रतिमा का स्थापना हुआ था। दांपत्य जीवन में असंतोष और वैवाहिक बाधा दोष निवारण के लिए यह व्रत वरदान सिद्ध होते है। सर्वार्थ सिद्धि योग में भगवान शंकर की पूजा करने वालों श्रद्धालु के जीवन के कष्ट दूर होते है। कष्टों से मुक्ति के साथ साथ जन्म जन्मांतर के पापों का नाश भी हो जाता है। इसके साथ ही जातक को शिवलोक और मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।

रुद्राभिषेक से क्षय होगा पाप, मिलेगा मोक्ष

ज्योतिषी राकेश झा ने कहा कि आज के दिन शिव की पूजा के साथ रुद्राभिषेक करने से अभीष्ट पुण्य प्राप्त होते है। आज भोलेनाथ का खास दिन होने से उनका दूध, दही, घी, मधु से स्नान करने से रोग व व्याधा का नाश होता है। उन्होंने बताया लिंग पुराण तथा नारद संहिता के मुताबिक भगवान शिव की विशेष कृपा के लिए आज माघ कृष्ण चतुर्दशी को व्रती पुरे दिन निराहार रहेंगे। प्रदोष काल में शिव-पार्वती की विधिवत पूजा होगी। ध्रुव तारा का दर्शन के बाद इस व्रत का पारण बैर, केसौर, पुआ आदि से होगा। पारण के बाद व्रती अन्न ग्रहण करेंगे। आज के दिन शिव की आराधना से शिव और शक्ति दोनों की कृपा मिलती है।

About Post Author

You may have missed