सिरदर्द बने नाबालिग जोड़े की शादी से हरकत में आया प्रशासन, की जोड़े की पहचान

मसौढ़ी। बीते मंगलवार को बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद द्वारा रजिस्टर्ड स्‍थानीय श्री रामजानकी ठाकुरबाड़ी मंदिर में एक नाबालिग जोड़े की शादी कराये जाने का मामला तूल पकडने लगा है। अनुमंडलीय प्रशासन के लिए सिर दर्द बने उक्‍त मामले में उसने अपनी कारवाई तेज कर दी है। इसे लेकर एसडीओ संजय कुमार ने नाबालिग जोडे के परिवार को भी गुरूवार को ढूंढ निकाला है। इस संबंध में एसडीओ संजय कुमार ने वर एवं वधू पक्ष के परिवारों को नोटिस जारी कर शुक्रवार को मसौढ़ी के अनुमंडल कार्यालय आकर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है।जानकारी के मुताबिक शादी करने वाला नाबालिग दूल्हा मसौढ़ी थानाक्षेत्र के ही एक गांव का रहने वाला है वहीँ नाबालिक दुल्हन अरवल जिला के किसी गांव की रहने वाली है और दूर के रिश्‍ते में है। गुरुवार को एसडीओ संजय कुमार नाबालिग लड़के के परिवार से मिलने उसके गांव पहुंचे और दूल्हे की मां, दादा व भाई से इस बारे में पूछताछ की। बाद में उन्हें इस संबंध में एक नोटिस देकर अपने पुत्र को उनके कार्यालय में उपस्थित कराने का निर्देश दिया।

शादी के बाद से गायब है नाबालिक जोड़ा, खोजबीन में जुटे हैं परिजन  

शादी के बाद से गायब नाबालिग दूल्हे के परिजनों ने पूछताछ में एसडीओ को बताया कि उनका लड़का मंगलवार को कोचिंग के लिए घर से निकला था। लेकिन तीन दिन बाद भी वह घर वापस नहीं लौटा है। परिजनों ने यह भी बताया कि उन्हें उसकी शादी की जानकारी ग्रामीणों द्वारा मिली है। इधर अब परिजनों  को उसके गायब होने की चिंता सता रही है। दूल्हे की खोजबीन में परिजनों के साथ ग्रामीण भी जुटे थे. इस संबंध में एसडीओ संजय कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों के परिवारों को प्रशासन ने नोटिस दिया है. दोनों के नाबालिग होने की पुष्टि होने के बाद उसकी शादी कराने वाले पुजारी समेत उसके सहपाठियों पर कारवाई सुनिश्चित की जाएगी.

क्‍या है मामला

बीते मंगलवार को स्‍थानीय श्रीरामजानकी मंदिर ठाकुरबाडी में स्‍थानीय कोचिंग में पढनेवाले एक किशोर व एक किशोरी ने अपने सहपाठियों की मौजूदगी में वैदिक रीति रिवाज से शादी कर ली थी। शादी की रस्‍म मंदिर के पुजारी ने ही पूरी कराई थी। बाद में उक्‍त मामला जिला प्रशसन की नजर में आया और डीएम के आदेश के बाद एसडीओ ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी।

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