पंजाब में भारत छोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की सुरक्षा में बड़ी चूक, घेरे को तोड़कर गले लगाने पहुंचा युवक

होशियारपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार को होशियारपुर से शुरू हुई। इस दौरान राहुल की सुरक्षा मे चूक हुई। एक व्यक्ति सुरक्षा घेरा तोड़कर राहुल के गले लग गया। बाद में पंजाब प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंंग और सुरक्षा कर्मियों ने उसे पीछे हटाया। पुलिस के अनुसार, युवक राहुल गांधी को देखकर क्रेजी हो गया और भागकर उनसे लिपट गया। उसे हिरासत में ले लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। राहुल गांधी को पंजाब में थ्री लेयर सिक्योरिटी के बीच रखा गया है। सिक्योरिटी एजेंसी की येलो बुक के मुताबिक राहुल गांधी को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा मिली है। उनकी सुरक्षा में एडवांस सिक्योरिटी लायजन, 58 कमांडो, 10 आर्म्ड स्टैटिक गॉर्ड, 6 पीएसओ एक समय में राउंड द क्लॉक, 24 जवान 2 एस्कॉर्ट में राउंड द क्लॉक, 5 वाचर्स दो शिफ्ट में रहते हैं। इसके अलावा एक इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर इंचार्ज के तौर पर तैनात रहता है। राहुल गांधी को जेड प्लस सुरक्षा में घेरे में रखने के बाद उनके लिए आगे आला पुलिस अधिकारियों का घेरा है, जिसके बाद एक घेरा सादी वर्दी के पुलिस मुलाजिमों का है और उसके बाद पंजाब पुलिस के मुलाजिम तैनात हैं।

वही सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा के पंजाब में पांच दिन बीतने के बाद राहुल गांधी ने सोमवार को मुख्यमंत्री मान को निशाने पर लिया था। राहुल ने कहा कि सीएम मान को दिल्ली में बैठे अरविंद केजरीवाल का रिमोट कंट्रोल नहीं बनना चाहिए। उन्हें स्वतंत्र रूप से राज्य को चलाना चाहिए। उन्होंने कहा, हमने पंजाब में जितनी बार कांग्रेस की सरकार बनाई, वह पंजाब से ही चली। हिंदुस्तान के हर प्रदेश का अपना इतिहास, भाषा और जीने का तरीका होता है। मैं पंजाब के सीएम भगवंत मान से कहना चाहता हूं कि आप पंजाब के मुख्यमंत्री हैं, पंजाब को पंजाब से ही चलाना चाहिए। मान को अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के दबाव में नहीं आना चाहिए। यह पंजाब के सम्मान की बात है। किसानों-मजदूरों की बात सुनकर खुद फैसले लेने चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी बात लोकसभा व राज्यसभा में नहीं सुनी जाती, जब बोलने का मौका आता है तो माइक ऑफ कर दिया जाता है, इसलिए यह यात्रा शुरू करनी पड़ी। किसान आंदोलन में शहीद 700 किसानों की याद में संसद में दो मिनट का मौन रखने का प्रस्ताव रखा तो केंद्र सरकार ने कहा कि किसान शहीद नहीं थे।

About Post Author

You may have missed