महात्मा गांधी पर वीडियो बनाने के मामले में मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ी, ईओयू ने चौथी एफआईआर की दर्ज

पटना। यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। बिहार पुलिस पुराने मामले खोद-खोदकर निकाल रही है। मनीष के खिलाफ पटना में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने एक और केस दर्ज किया है। ये केस एक पुराने वीडियो के आधार पर किया गया है। इसमें मनीष कश्यप अपने दो साथियों के साथ मिलकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करता हुआ दिख रहा है। वीडियो में मनीष और उनके साथी एक धर्म विशेष के लोगों पर भी टिप्पणी कर रहे हैं। जिस पुराने वीडियो को आधार बनाकर केस दर्ज हुआ है, वो 45 सेकेंड का है। ईओयू के अनुसार नई एफआईआर में मनीष कश्यप, रवि पुरी और इनके तीसरे साथी को नामजद किया गया है। तीसरे साथी का नाम अभी सामने नहीं आया है। आईपीसी और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत दर्ज इस नए केस की टीम बनाकर इसकी जांच शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार, वीडियो में मनीष कश्यप कहते दिख रहा है कि ‘गांधी की मौत पर हम लोग जश्न मनाते हैं, अब वो डर खत्म’। अब सोच लो, वो डर खत्म। दूसरा कह रहा है कि अब कहां जाओगे। तब फिर मनीष कश्यप कह रहा है कि तुम एक को मारोगे तो हम 10 को मारेंगे। फिर तीसरा साथी कह रहा है कि तुम न्यूटन का थर्ड लॉ याद रखना। तुम जितना करोगे न उतना हिन्दू भाई जगेंगे। तीनों मिलकर एक धार्मिक स्थल में आग लगाने की बात कहते दिख रहे हैं। वीडियो में तीनों धमकी देते हुए दिख रहे हैं।
सोशल वर्कर की शिकायत पर दर्ज हुई एफआईआर
इस मामले में 24 मार्च को निशांत वर्मा नाम के एक सोशल वर्कर ने ईओयू को लिखित शिकायत की थी। इसमें आरोप लगाया था कि मनीष कश्यप का एक पुराना वीडियो देखा। इसमें वो अपने साथियों के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी कर रहा था। उसी वीडियो में वह 2 लोगों का नाम लेकर उनकी हत्या करने और एक धार्मिक स्थान में आग लगाने की बात को स्वीकार कर रहा था। अपनी कंप्लेन में लिखा है कि उसकी पड़ताल में कहीं भी इस मामले में मनीष कश्यप के खिलाफ अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई। इसी वजह से उन्होंने लिखित शिकायत आर्थिक अपराध इकाई से की है। इसके बाद ही कंप्लेन के आधार पर मनीष कश्यप के उस वीडियो की जांच हुई। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद ही नई एफआईआर दर्ज हुई है।

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