मलमास मेले ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 2.5 करोड़ से अधिक लोग अभी तक हुए शामिल : जदयू

  • जदयू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन बोले- बेहतरीन इंतजामों के लिए राज्य सरकार है बधाई का पात्र

पटना। राजगीर में चल रहे मलमास मेले की सफलता के बारे में बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने सोमवार को कहा है कि मलमास मेले को लेकर राजगीर पूरे देश की आस्था और उमंग का केंद्र बना हुआ है। कोरोना के कारण 5 वर्ष बाद आयोजित हो रहे इस मेले में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है। महज 20 दिनों में ढाई करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं, पर्यटकों व संत साधुओं के आगमन से मेले ने सफलता के पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मेला क्षेत्र, टेंट सिटी, होटल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन समेत राजगीर का हर क्षेत्र श्रद्धालुओं श्रद्धालुओं से गुलजार है। आस्था और विश्वास का ऐसा अनोखा संगम बिरले ही देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि राजगीर जैसी छोटी नगरी में इतनी भीड़ उमड़ने के बाद भी किसी को कोई तकलीफ नहीं हुई। कानून व्यवस्था को लेकर भी कोई समस्या नहीं हुई। क्राइम रेट शून्य रहा। यह सब देखते हुए ऐसा लगता है कि राजगीर वास्तव में बैकुंठ बन चुका है और 33 कोटि देवताओं का आशीर्वाद ही इस मेले को सफल बना रहा है। आंकड़े देते हुए उन्होंने कहा कि प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ 6 अगस्त को ही 25.4 लाख से अधिक लोगों ने यहां के विभिन्न कुंडों में स्नान किया था। वहीं मेले के प्रारंभ से इस दिन तक स्नान करने वाले कुल श्रद्धालुओं की संख्या 1 करोड़ 44 लाख से अधिक है, जिनमें 1 करोड़ 15 लाख से अधिक महिलाएं व 29.5 लाख पुरुष शामिल हैं। इसी तरह 6 अगस्त को जहां 44.4 लाख श्रद्धालु राजगीर आये थे वहीं मेले की शुरूआत से इस दिन तक 2 करोड़ 67 लाख से अधिक लोग मेले का हिस्सा बन चुके हैं। श्रदालु पवित्र सरस्वती और वैतरणी नदी के अलावा गर्म जलकुंडों, लहूमकुंड, सप्तधारा न्यासकुंड, मार्कडेय कुंड, गंगा-यमुना कुंड, काशीधारा कुंड, अनंतऋषि कुंड, सूर्य कुंड, राम-लक्ष्मण कुंड, सीता कुंड, गौरी कुंड और नानक कुंड में स्नान करमंदिरों में पूजा-अर्चना कर ब्राह्मणों को दान पुण्य कर रहे हैं। राज्य सरकार की तारीफ करते हुए जदयू प्रवक्ता ने कहा कि मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने के लिए सरकार के अधिकारी चौबीसों घंटे काम कर रहा है। श्रद्धालुओं की एक-एक सहूलियत का ख्याल रखा जा रहा है। उन्हें ठहरने के लिए टैंट सिटी और बड़े-बड़े पंडाल बनाये गये हैं। यहां तक कि खोये हुए लोगों को उनके परिवार से मिलाने में भी प्रशासन पूरी चौकसी बरत रहा है। आंकड़ों के मुताबिक जिला प्रशासन अभी तक 9601 खोये लोगों को उनके परिजनों से मिलवा चुका है, जिनमें 621 बच्चे शामिल हैं। इसके अतिरिक्त हर जगह मेडिकल के लोग, पुलिस, लाइन लगाने वाले, सूचनाओं के प्रसारण के लिए लाउडस्पीकर लगे हुए हैं। लोगों की जरूरत के सारे इंतजाम यहां किये गये हैं, जिसके लिए सरकार बधाई की पात्र है।

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