देखें वीडियो: गूंगी बहरी है बिहार सरकार, खा-पीकर लड़ना होगा
बाढ़। बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर आंदोलन आने वाले दिनों में और तेज होने वाला है। विगत 6 दिनों से आनंद सत्याग्रह के बैनर तले आमरण अनशन कर रहे तकरीबन 10 लोगों का अनशन तुड़वाने बाढ़ पहुंची पूर्व सांसद व आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने उक्त बातें वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने आमरण अनशन स्थल के पास पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की नीतीश सरकार गूंगी-बहरी और बेरहम हो गई है। वह भूखे की बात नहीं सुनती, इसलिए खा-पीकर पूरी ताकत से आनंद मोहन की रिहाई के लिए लड़ाई लड़नी होगी। इसीलिए मैं आज दिल्ली से चलकर बाढ़ में अनशन कर रहे लोगों का अनशन तुड़वाने आई हूं। श्रीमति आनंद ने कहा कि आनंद मोहन विगत 12 साल से जेल में बंद हैं जबकि वह निर्दोष हैं। उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। उन्होंने ऐलान किया कि 28 जनवरी को आनंद मोहन के जन्मदिन पर फ्रेंड्स ऑफ आनंद के बैनर तले बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रतिकार मार्च किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि आनंद मोहन की रिहाई सरकार के हाथ में है लेकिन यहां अपील काम नहीं करता। आमरण अनशन कर रहे भाईयों से अपील है कि वह आनंद मोहन की रिहाई के लिए खा पीकर सरकार से लड़ें। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ना तय है। परंतु वे महागठबंधन से कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार अनंत सिंह के बनाए जाने के सवाल को टाल गई। मौके पर राजन नेत्री नमिता नीरज सिंह, बाढ़ के भाजपा उपाध्यक्ष राजू, छात्र नेता केशव एवं आनंद सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे स्थानीय सवर्ण नेता डब्लू सिंह भी मौजूद थे।