PATNA : प्रदर्शन कर रहें सीटीईटी और बीटीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस का लाठीचार्ज, हाथ में तिरंगे युवक को एडीएम ने बेरहमी से पीटा

पटना। राजधानी पटना में सोमवार को पुलिस ने सीटीईटी और बीटीईटी अभ्यर्थियों पर प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज कर दिया। पटना के एडीएम केके सिंह ने तिरंगा लिए एक प्रदर्शनकारी पर जमकर लाठी बरसाई। इतनी लाठियां मारीं कि उसका खून बहने लगा। बाद में एक पुलिसकर्मी ने प्रदर्शनकारी से तिरंगा छीन लिया।न जानकारी के अनुसार, आज करीब 5 हजार सीटीईटी और बीटीईटी पास अभ्यार्थी डाकबंग्ला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। ये अभ्यार्थी सातवें चरण की नियुक्ति की मांग को लेकर ये प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स और वाटर कैनन तैनाथ थी। ये कैंडिडेट बिहार के नए शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। सीटीईटी और बीटीईटी पास इन कैंडिडेट्स की मांग थी कि प्राथमिक विज्ञप्ति जारी की जाए।
सीटीईटी और बीटीईटी प्रदर्शनकारी बोले- हम मेरिट लिस्ट में, सरकार सुनती नहीं
इस प्रदर्शन में आये 2019 के सीटीईटी परीक्षा में पास शिक्षक कैंडिडेट्स का कहना है कि हम लोग मेरिट लिस्ट वाले हैं और अभी तक हम लोगों की समस्या सरकार ने नहीं सुलझाई है। नई सरकार बनने के बाद आज हम लोग राजभवन मार्च करने निकले थे, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। बावजूद इसके सड़क पर खड़े होकर हम प्रदर्शन कर रहे हैं। बिहार में सीटीईटी परीक्षा 8 साल बाद हुई थी। नोटिफिकेशन 2019 में जारी किया गया। जनवरी 2020 में ऑफलाइन मोड में परीक्षा हुई, लेकिन 2-3 सेंटरों पर फर्जीवाड़े की बात सामने आने पर उसे रद्द कर दिया गया। दोबारा परीक्षा सितंबर 2020 में हुई। तब ये ऑनलाइन हुई थी। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि तीन साल से अपॉइंटमेंट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन शिक्षा मंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। शिक्षा विभाग हमारी मांग को अनसुनी करता आया है। नई सरकार बनने के बाद हम लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

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