सरकारी खजाने की लूट और राजनीतिक नौटंकी है नीतीश की समाज सुधार यात्रा : राजेश भट्ट

  • बिहार में छात्र, किसान, मजदूर, युवा, महिलाएं और आम-आवाम सभी नीतीश सरकार से परेशान है : राजेश भट्ट

पटना। समाज सुधार यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लोजपा (रामविलास) ने सरकारी खजाने के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। लोजपा (रामविलास) के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी द्वारा समाज सुधार यात्रा एक राजनीतिक नौटंकी और सरकारी खजाने का खुल्लमखुला दुरुपयोग है। वही भट्ट ने कहा कि विगत 17 वर्षों में नीतीश कुमार जी ने बिहार को हर पायदान पर पीछे धकेलने का काम किया है। बिहार के आर्थिक विकास को जितना नुकसान इन्होंने पहुंचाया है। उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती। सरकार के गलत नीतियों के कारण आज बिहार के युवा रोजगार के अभाव में पलायन को मजबूर हो गए हैं। बिहार एक मजदूरों की फैक्ट्री वाला राज्य बन के रह गया है। प्रदेश के अस्पतालों की हालत इतनी जर्जर हो गई है कि सामान्य इलाज के लिए तमाम बिहारवासियों की बात कौन करें मुख्यमंत्री जी को अपने सामान्य से आंखों का इलाज कराने के लिए भी दिल्ली जाना पड़ता है। बिहार में स्वास्थ्य की हालत कितनी बद से बदतर हो गई है कि मुख्यमंत्री जी को अपने ही राज्य के डॉक्टरों पर से भरोसा उठ गया है। वही प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था फिसड्डी साबित हुई है। कहीं स्कूलों का अपना भवन नहीं है तो कहीं शिक्षक नहीं है। जब भी प्रदेश के शिक्षक अभ्यार्थियों के द्वारा रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन की जाती है तो अपनी नाकामी छुपाने को लेकर सरकार के निर्देश पर पुलिस द्वारा उन पर डंडे बरसाए जाते हैं। वही भट्ट ने कहा कि प्रदेश की महिलाएं भयभीत हैं। क्योंकि महिलाओं की सुरक्षा बिल्कुल नगण्य है। आए दिन महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उनकी हत्या की घटनाएं निरंतरता में घटित हो रही है।

वही उन्होंने कहा कि प्रदेश में नए उद्योग धंधे स्थापित करने की बात करना तो बिल्कुल बेमानी साबित हो गई है। राज्य के पुराने स्थापित उद्योग धंधे भी पूरी तरह ठप पड़ गए हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा समाज सुधार यात्रा करना बिल्कुल बेमानी है। बिहार की बदहाली को लेकर उन्हें बिहार की जनता को जवाब देना होगा। वही भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री जी को समाज सुधार की बात तब याद आई है। जब सरकार की गलत नीतियों के कारण सत्ता और प्रशासन के संरक्षण में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब का उत्पादन प्रखंड स्तर पर गांव-गांव में हो रही हैं। जिसके सेवन से अब तक प्रदेश में अनगिनत गरीबों की मौतें हुई हैं। जिनकी हत्या की जिम्मेवारी स्वाभाविक तौर पर सरकार की है। प्रदेश में जहरीली शराब से हजारों मौत के बावजूद भी उन माफियाओं पर सरकार द्वारा कोई ठोस कदम ना उठाना सरकार और शराब माफियाओं के बीच गठजोड़ को दर्शाता है। वही प्रदेश भर के किसान आज खाद की खरीद कालाबाजारी मूल्य पर करने को मजबूर हो रहे हैं। प्रदेश में छात्र, किसान, मजदूर, युवा, महिलाएं और आम आवाम सभी त्राहिमाम है। वही भट्ट ने कहा कि इससे पहले भी उन्होंने कई यात्राएं निकाली हैं। जिसे बिहारवासियों को कुछ हासिल नहीं हो सका। मुख्यमंत्री जी को बिहार की हुई बदहाली के कारण समाज सुधार यात्रा की जगह जहां उन्हें बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए। बावजूद वही मुख्यमंत्री समाज सुधार की बात कर बिहारवासियों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। इससे बिहारवासियों को क्या हासिल होगा उन्हें यह भी बताना चाहिए।

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