दिल्ली में पप्पू यादव की पार्टी ‘जाप’ का कांग्रेस में विलय, मोहन प्रकाश दिलाई प्राथमिक सदस्यता

नई दिल्ली/पटना। जाप (जन अधिकार) सुप्रीमो पप्पू यादव की पार्टी का बुधवार को कांग्रेस में विलय हो गया। दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया गया। कांग्रेस ने इसे ऐतिहासिक विलय बताया है। पप्पू यादव पूर्णिया से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। उनकी पत्नी रंजीत रंजन राज्यसभा सदस्य हैं। उन्हें कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेजा था। बिहार के कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश ने पप्पू यादव की पार्टी का कांग्रेस में विलय कराया। पप्पू यादव के साथ उनके बेटे सार्थक यादव मौजूद रहे। इस अवसर पर मोहन प्रकाश ने कहा, साझेदारी न्याय से प्रभावित होकर पप्पू यादव ने कांग्रेस में विलय करने का निर्णय लिया। पप्पू यादव के आने से बिहार में कांग्रेस के साथ घटक दल को भी मजबूती मिलेगी। विलय के समय पप्पू यादव समर्थकों ने नारेबाजी की तो कांग्रेस नेताओं ने रोक दिया। कांग्रेस में शामिल होने के बाद पप्पू यादव ने कहा बिहार में क्षेत्रीय पार्टी सत्ता में रही और नहीं भी। एक संघर्ष की बड़ी लंबी फेहरिस्त है न्याय की और सेवा की। सेवा न्याय और संघर्ष के लिए हमारी पार्टी जानी जाती है। मेरी विचारधारा कांग्रेस की विचारधारा के साथ रही। यह मजबूत ऊर्जा देती रही। हमारी राजनीति सेक्युलर है। हर परिस्थिति में दूसरे के विचारों का सम्मान का हमारा इतिहास रहा है। एक तानाशाह के खिलाफ सशक्त आवाज खड़गे जी की है। बाबू वीर कुंवर की, शेरशाह सूरी की याद आती है। मैंने उनसे भी मुलाकात की थी। मोहन प्रकाश समाजवादी से लेकर पुराना जनता दल का सानिध्य प्राप्त रहा। एक मजबूत विचारधारा हैं वे मेरे लिए।’
कल रात राबड़ी आवास गए थे
पप्पू यादव ने मंगलवार की शाम राजद सुप्रीमो लालू यादव और तेजस्वी यादव से राबड़ी आवास जाकर मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद पप्पू यादव की पार्टी की विलय करने की चर्चाएं तेज हो गई थीं। लालू और तेजस्वी से मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘आज अभिभावक पितातुल्य आदरणीय लालू जी, माननीय नेता प्रतिपक्ष भाई तेजस्वी जी के साथ पारिवारिक माहौल में मुलाकात! मिलकर बिहार में BJP को जीरो पर आउट करने की रणनीति पर चर्चा हुई। बिहार में इंडिया गठबंधन की मजबूती, सीमांचल, कोसी, मिथिलांचल में 100% सफलता लक्ष्य है। दिल्ली रवाना होने से पहले पप्पू यादव ने कहा कि वह हमेशा से एक हैं। लालू यादव के दिल से ना वह कभी बाहर हुए ना उनके दिल से कभी लालू यादव बाहर हुए हैं।
पप्पू यादव बोले, बीजेपी को रोकना मेरा लक्ष्य
कांग्रेस से डील की चर्चा पर पप्पू यादव ने कहा कि कोसी और सीमांचल खासकर पूर्णिया उनकी लाइफ लाइन है। बीजेपी पूर्णिया और सीमांचल के आइडेंटिटी पर ही हमला कर रही है। इसे रोकने के लिए हम पूरी ताकत से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए चुनाव कोई मैटर ही नहीं करता है। मेरा लक्ष्य बीजेपी को रोकना है। पिछले 17 महीने में तेजस्वी जी ने जो विश्वास हासिल किया है, इसे ध्यान में रखते हुए हमें 24 और 25 में भी साथ रहना है।
खुद कही थी कांग्रेस में विलय की बात
पिछले दिनों पप्पू यादव प्रणाम पूर्णिया रैली निकाल रहे थे। इस दौरान उन्होंने यह कहा था कि अगर कांग्रेस उनको पूर्णिया से सीट देती है तो वह अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर देंगे। कांग्रेस पप्पू यादव को पूर्णिया से लोकसभा चुनाव 2024 का उम्मीदवार बनाने के लिए लगभग तैयार हो गई है। पप्पू यादव कांग्रेस के टिकट से पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
एक बार विधायक, 5 बार सांसद रहे
पप्पू यादव एक बार विधायक और 5 बार सांसद रहे हैं। वो पहले राजद में थे, लेकिन 2015 में उन्होंने जन अधिकार नाम से अपनी पार्टी बना ली। चर्चा है कि पप्पू यादव मधेपुरा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। पप्पू ने 2019 में मधेपुरा से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन हार गए थे।

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