BIHAR : स्टाइपेंड नहीं बढ़ाने पर इंटर्न डॉक्टरों ने दी हड़ताल की चेतावनी, गुरूवार को नहीं चलने देंगे ओपीडी

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पटना। 5 साल से स्टाइपेंड नहीं बढ़ाये जाने के विरोध में इंटर्न डॉक्टरों ने हड़ताल की चेतावनी दी है। बुधवार को पीएमसीएच से लेकर राज्य के सभी अस्पतालों में आंशिक हड़ताल के बाद गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी है। इंटर्न डॉक्टरों का कहना है कि वह ओपीडी को बंद कराएंगे। बुधवार को आधे घंटे तक ओपीडी बंद कराने से मरीजों को थोड़ी परेशानी हुई और गुरुवार से बिहार में इंटर्न डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद मरीजों की समस्या बढ़ने की संभावना है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) भी इंटर्न डॉक्टरों के समर्थन में उतर गया है और जूनियर डॉक्टर भी सहयोग कर रहे हैं। ऐसे में हड़ताल का असर स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ना निश्चित है।
इंटर्न डॉक्टरों ने कहा- सरकार का कोई ध्यान नहीं
एनएमसीएच के इंटर्न डॉक्टर डॉ. आकाश राज, डॉ. अनुराग, डॉ. अभिषेक, डॉ. शुभम, डॉ. प्रशांत प्रियदर्शी सहित अन्य इंटर्न ने कहा कि वह 5 साल से स्टाइपेंड बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। इस पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। उनका कहना है कि 5 साल से पैसा नहीं बढ़ाया गया है। केवल सांत्वना दी जाती है। वह सांत्वना से काफी परेशान हो गए हैं। अब निर्णय लिया गया है बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के लगभग 1000 इंटर्न डॉक्टर गुरुवार से हड़ताल पर रहेंगे और ओपीडी की सेवा में सहयोग नहीं करेंगे। इंटर्न डॉक्टरों ने कहा कि बुधवार को पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्टल, नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के साथ राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में हड़ताल किया गया है। बुधवार की हड़ताल तो आंशिक रही लेकिन गुरुवार से हड़ताल उग्र रहेगी और ओपीडी बंद कराया जाएगा।
आईएमए बोला- इंटर्न डॉक्टरों की मांग जायज
आईएमए बिहार के डॉक्टर अजय कुमार ने कहा कि स्टाइपेंड की मांग का पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि वह पूरी तरह से जायज है। कहा कि इंटर्न को किसी भी समस्या से पहले सरकार को बात करनी चाहिए और हर समस्या का समाधान किया जाना चाहिए।

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