शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव ने सड़क पर स्कूली बच्चों का किया निरीक्षण, किए सवाल जवाब, वीडियो वायरल

पटना। शिक्षा विभाग के नए अपर मुख्य सचिव (एसीएस) डॉ. एस सिद्धार्थ ने शनिवार को बिहार के सबसे वीआईपी क्षेत्र राजभवन के पास औचक निरीक्षण किया। उन्होंने राजभवन स्कूल के पास सड़क पर स्कूली बच्चों से पूछताछ की और उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि डॉ. सिद्धार्थ ई-रिक्शा पर बैठे बच्चों से पूछ रहे हैं कि उनका स्कूल कितने बजे शुरू होता है। बच्चों ने जवाब दिया, 9:00 बजे। इस पर डॉ. सिद्धार्थ अपनी घड़ी देखते हुए कहते हैं, “बहुत देर कर दी।” इसके बाद वे ड्राइवर को खोजने लगते हैं, जो उस समय ई-रिक्शा पर मौजूद नहीं था। थोड़ी देर बाद ड्राइवर आता है और डॉ. सिद्धार्थ को पहचानते हुए नमस्ते करता है। डॉ. सिद्धार्थ ड्राइवर से पूछते हैं कि आखिर स्कूल आने में देरी क्यों हुई। डॉ. एस सिद्धार्थ, जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव बने हैं, तब से वे लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं। उनका निरीक्षण सिर्फ स्कूलों तक सीमित नहीं है, बल्कि वे सड़कों पर भी स्कूली छात्रों से मिलकर उनकी पढ़ाई-लिखाई का फीडबैक ले रहे हैं। इस दौरान, डॉ. सिद्धार्थ ने राजभवन के पास के विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं से भी बातचीत की। वे सड़क पर खड़ी ई-रिक्शा में बैठे बच्चों से स्कूल देर से पहुंचने का कारण जानने लगे। उनका यह तरीका काफी सराहा जा रहा है, क्योंकि इससे वे सीधे छात्रों और ड्राइवरों से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश कर रहे हैं। डॉ. सिद्धार्थ का यह निरीक्षण स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उनके औचक निरीक्षण से न केवल स्कूली प्रशासन बल्कि अभिभावकों और छात्रों में भी एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है। उनका यह प्रयास शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने और छात्रों की समस्याओं को सीधे समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शिक्षा विभाग के इस सक्रिय दृष्टिकोण से राज्य की शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो ने यह साबित कर दिया है कि डॉ. एस सिद्धार्थ का यह प्रयास न केवल प्रशंसनीय है, बल्कि इससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के व्यापक संभावनाएं हैं। उनकी सक्रियता और छात्रों के प्रति उनकी संवेदनशीलता शिक्षा विभाग की कार्यशैली में एक नई दिशा प्रदान कर रही है।
