पटना में हाईवा ने ट्रक में मारी टक्कर, ट्रक ड्राइवर की हालत गंभीर

पटना। पटना के बाईपास थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। यह दुर्घटना तब हुई जब एक तेज रफ्तार हाईवा ने सामने चल रहे ट्रक में टक्कर मार दी। इस टक्कर के प्रभाव से आगे चल रहे दो अन्य ट्रक भी आपस में भिड़ गए। हादसा इतना भीषण था कि एक ट्रक का ड्राइवर, जिसकी पहचान रविंद्र पटेल के रूप में हुई है, बुरी तरह घायल हो गया। वह ट्रक के केबिन में फंस गया और काफी देर तक बाहर नहीं निकल सका। घटना के बाद वहां मौजूद अन्य ट्रक ड्राइवरों ने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी। बाईपास थाना पुलिस के अधिकारी सुमन कुमार झा अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। घायल ड्राइवर को बाहर निकालने के लिए दो क्रेनों की मदद ली गई। काफी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया और तत्काल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घायल ड्राइवर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। इस सड़क दुर्घटना में तीनों ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। टक्कर की वजह से ट्रकों के परखच्चे उड़ गए, जिससे सड़क पर भारी मलबा फैल गया। हादसे के कारण बाईपास पर करीब दो घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही, जिससे वहां से गुजरने वाले अन्य वाहनों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हादसे के बाद हाईवा का ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने हाईवा को जब्त कर लिया है और उसके ड्राइवर की तलाश की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि हाईवा की रफ्तार बहुत तेज थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं ड्राइवर नशे में तो नहीं था या फिर कोई अन्य तकनीकी कारण इस हादसे के पीछे था। इस तरह की दुर्घटनाएं अक्सर तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण होती हैं। भारी वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत होती है क्योंकि उनकी एक गलती से कई लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वह ट्रकों और भारी वाहनों के लिए सख्त यातायात नियम लागू करे और ओवरस्पीडिंग पर विशेष निगरानी रखे।पटना बाईपास पर हुआ यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा के प्रति हमारी लापरवाही को उजागर करता है। समय पर पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से घायल ट्रक ड्राइवर को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ट्रक चालकों को भी जिम्मेदारीपूर्वक वाहन चलाना चाहिए। प्रशासन को भी सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करना होगा ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
