मुजफ्फरपुर में बाढ़ राहत सामग्री लेकर जा रही वायुसेना का हेलीकॉप्टर क्रैश, कोई हताहत नहीं, मचा हडकंप
मुजफ्फरपुर। बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बुधवार को एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर, जो बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री लेकर जा रहा था, अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के नया गांव वार्ड संख्या 13 में हुआ। हालांकि, इस हादसे में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई और हेलीकॉप्टर में मौजूद पायलट और जवान सुरक्षित हैं। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। हेलीकॉप्टर सीतामढ़ी से टेकऑफ कर बाढ़ पीड़ितों के लिए आवश्यक राहत सामग्री लेकर जा रहा था। बिहार के कई हिस्से इस समय बाढ़ की चपेट में हैं, और सेना तथा वायु सेना राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। इस बीच, औराई के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाने के दौरान हेलीकॉप्टर अचानक अनियंत्रित हो गया और बाढ़ के पानी में गिर पड़ा। हादसा उस समय हुआ जब हेलीकॉप्टर राहत सामग्री को वितरित करने के लिए नीचे उतरने की प्रक्रिया में था। स्थानीय लोगों के अनुसार, हेलीकॉप्टर अचानक नीचे की ओर झुका और नियंत्रण खो बैठा। पायलट ने किसी तरह से इसे नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन भारी बारिश और बाढ़ के कारण यह असफल रहा और हेलीकॉप्टर सीधे पानी में जा गिरा। इस दौरान हेलीकॉप्टर में सवार पायलट और जवानों ने स्थिति को समझदारी से संभाला, जिससे सभी सुरक्षित बाहर निकल सके। घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। इस हादसे के बाद आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे। हेलीकॉप्टर के गिरने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग चिंतित हो गए थे कि कहीं कोई बड़ा हादसा न हो गया हो। लेकिन जब यह जानकारी सामने आई कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, तब लोगों ने राहत की सांस ली। इसके बावजूद घटना ने प्रशासन और वायु सेना के लिए कई सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की सुरक्षा को लेकर। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि यह हेलीकॉप्टर बाढ़ राहत कार्यों में जुटा हुआ था और बाढ़ प्रभावित इलाकों में जरूरी सामान पहुंचा रहा था। इसके पहले भी वायु सेना के हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल बाढ़ राहत के लिए किया जा रहा था और इस तरह के हादसे की कोई उम्मीद नहीं थी। हादसे के तुरंत बाद जिला प्रशासन ने स्थिति को संभाला और बचाव कार्य शुरू किया। बिहार के कई जिलों में इस समय बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और राज्य सरकार राहत कार्यों में तेजी से जुटी हुई है। वायु सेना और सेना की टीमें लगातार बाढ़ पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचाने में जुटी हुई हैं। हेलीकॉप्टरों के माध्यम से दूरदराज और पानी से घिरे इलाकों में भोजन, दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं पहुंचाई जा रही हैं। इस बीच, इस प्रकार के हादसे राहत कार्यों में मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं, लेकिन अच्छी बात यह रही कि इस दुर्घटना में किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। घटना के बाद वायु सेना और जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हेलीकॉप्टर के अनियंत्रित होने का कारण क्या था। कुछ सूत्रों का कहना है कि खराब मौसम और बाढ़ के पानी की वजह से हेलीकॉप्टर का संतुलन बिगड़ा हो सकता है। हालांकि, इसके पीछे की वास्तविक वजह का पता जांच के बाद ही चल सकेगा। घटना के बाद राहत कार्यों में कोई रुकावट नहीं आई है और अन्य हेलीकॉप्टरों के जरिए राहत सामग्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचाई जा रही है। प्रशासन का कहना है कि बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास जारी रहेगा और इस हादसे से राहत कार्यों में किसी प्रकार की देरी नहीं होगी। इस घटना ने हालांकि एक बार फिर यह दिखा दिया कि बाढ़ राहत कार्यों के दौरान कैसे जोखिम और चुनौतियां सामने आ सकती हैं। बिहार में बाढ़ की स्थिति हर साल गंभीर हो जाती है और हजारों लोग इससे प्रभावित होते हैं। सरकार और प्रशासन को ऐसे हादसों से बचने के लिए और भी सतर्क रहना होगा, ताकि राहत कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रह सके। मुजफ्फरपुर जिले में हुए इस हादसे के बाद भी राहत कार्यों को रुकने नहीं दिया जाएगा और वायु सेना तथा सेना की टीमें पूरे जोश के साथ बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए तत्पर रहेंगी।