खगड़िया में किराना कारोबारी की बेरहमी से हत्या, अपराधियों ने तेज धार हथियार से मार डाला

खगड़िया। बिहार में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब वे पुलिस प्रशासन की परवाह किए बिना दिनदहाड़े या रात के सन्नाटे में संगीन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला खगड़िया जिले के गंगौर थाना क्षेत्र के बड़ी कोठिया गांव से सामने आया है, जहां अज्ञात बदमाशों ने एक बुजुर्ग किराना कारोबारी की बेरहमी से हत्या कर दी। मृतक की पहचान 63 वर्षीय महगू राम के रूप में हुई है, जो वर्षों से बड़ी कोठिया में किराना की छोटी सी दुकान चला रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना बुधवार देर रात की है। महगू राम रोज की तरह अपनी दुकान में ही सोए हुए थे। रात के अंधेरे में पहले से घात लगाए बैठे बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि अपराधियों ने धारदार हथियार से उनका गला रेत डाला, जिससे मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे वहां से फरार हो गए। घटना की जानकारी सुबह ग्रामीणों को तब हुई जब दुकान के शटर को आधा खुला देख कुछ लोगों ने भीतर झांका। अंदर का दृश्य देखकर लोगों के होश उड़ गए। महगू राम खून से लथपथ मृत पड़े थे। यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते गांव में मातम पसर गया। घटना की सूचना मिलते ही गंगौर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मौके पर एसडीपीओ सदर-2 अलौली संजय कुमार भी पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने स्थानीय पुलिस अधिकारियों को जल्द से जल्द मामले की छानबीन कर अपराधियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। पुलिस के मुताबिक, प्रथम दृष्टया यह मामला लूट या रंजिश का नहीं लग रहा है, क्योंकि दुकान से किसी प्रकार की चोरी या तोड़फोड़ के निशान नहीं मिले हैं। हालांकि हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। परिजनों ने भी साफ तौर पर कहा है कि महगू राम की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वे एक शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और हमेशा अपने काम से मतलब रखते थे। पुलिस इस जघन्य हत्या के पीछे के कारणों की जांच कर रही है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। साथ ही, स्थानीय लोगों और परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है। गांव में अब भी दहशत का माहौल है और लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि रात्रि गश्ती सख्त होती और पुलिस चौकस रहती तो शायद यह वारदात टाली जा सकती थी। वहीं प्रशासन का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाएगी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है और ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
