बिहार एसटीएफ ने पकड़ा हथियार तस्करों का गैंग : कई जिलों के अपराधियों को बेचते थे गोली और कट्टा, 1 हजार गोली बरामद

पटना। बिहार एसटीएफ की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। हथियार तस्करों के एक गैंग को पकड़ा है। यह गैंग बड़े पैमाने पर झारखंड से गोलियों की खेप मंगवाता था। फिर नालंदा, नवादा, पटना, शेखपुरा सहित आसपास के जिलों के अपराधियों को उनकी डिमांड के मुताबिक हथियार और गोली की सप्लाई करता था। चोरी-छिपे यह धंधा लंबे वक्त से चल रहा था। इस कार्रवाई के तहत 3.15 एमएम की 1 हजार पीस गोली बरामद की गई है। साथ में 7.65 एमएम का दो देशी पिस्टल, दो एक्स्ट्रा मैगजीन, दो बाइक, चार मोबाइल और कैश रुपए मिले। पुलिस इनके पूरे चेन को खंगालने में जुट गई है।
बिहार एसटीएफ की टीम को अपने इंटेलिजेंस टीम के जरिए सूचना मिली कि औरंगाबाद जिले के मुसेपुर खैरा इलाके के रहने वाला अनिल सिंह बाइक से गोलियों की खेप लेकर राजगीर जा रहा है। जब तक इसके मूवमेंट की सूचना मिली थी, तब तक ये राजगीर पहुंच चुका था। मगर अपराधियों तक गोलियों की सप्लाई किए जाने के पहले ही एसटीएफ के जाल में फंस गया। इसके पास से गोलियों की खेप मिलते ही गिरफ्तार कर लिया। राजगीर में ही एक जगह पर रख कर इससे पूछताछ की गई तब जाकर उसी शहर में मौजूद इसके दूसरे साथियों नवादा के प्रभात और राजगीर के ही रहने वाले विजय का पता चला। एसटीएफ के इनके ठिकानों पर छापेमारी कर इन दोनों को पकड़ा। पिस्टल और मैग्जिन प्रभात के पास से बरामद किया गया है।
बिहार एसटीएफ मुख्यालय के अनुसार, गिरफ्तार अनिल सिंह एक कुख्यात आर्म्स सप्लायर है। इसकी पूरी हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है। स्थानीय अपराधियों के बीच इसकी गहरी पैठ है। अभी कई प्वाइंट्स पर इन सभी से पूछताछ चल रही है। कब और किन अपराधियों को हथियार और गोली की सप्लाई की गई, इस बारे में भी पता लगाया जा रहा है। इनके झारखंड कनेक्शन की भी पड़ताल की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि अनिल झारखंड में कहां से और किसके माध्यम से गोलियां खरीदा करता है।

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