बिहार में 2208 किडनी के मरीजों को मिला मुफ्त डायलिसिस का लाभ

* डेढ़ साल में 1,00002 बार की गई मुफ्त डायलिसिस
* प्रदेश के 35 जिलों में निशुल्क डायलिसिस सुविधा उपलब्ध
* शेष बचे तीन जिलों में मशीन लगाने की चल रही है प्रक्रिया


पटना। बिहार सरकार किडनी की बीमारी से पीड़ित आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को मुफ्त में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करा रही है। 35 जिलों में यह सुविधा इस समय उपलब्ध है। दिसंबर 2020 से 31 मार्च 2022 तक 2208 किडनी मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा प्रदान की गई। इस दौरान 1 लाख 2 बार मुफ्त में डायलिसिस की गई। इस अवधि के दौरान सबसे ज्यादा सदर अस्पताल मुजफ्फरपुर के 152 किडनी मरीजों में डायलिसिस की सुविधा प्रदान की गई। वहीं शेखपुरा सदर अस्पताल के 12 किडनी मरीजों में 2 हजार 380 बार डायलिसिस की गई।
35 जिलों में निशुल्क डायलिसिस सुविधा उपलब्ध
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, किडनी रोग के इलाज के लिए दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम शुरू किया गया था। इसके बाद सरकार द्वारा 35 जिलों के सदर या मेडिकल कालेज अस्पताल में पीपीपी मॉडल के तहत मुफ्त डायलिसिस की व्यवस्था की गई। इसके तहत गरीब मरीजों को मुफ्त में डायलिसिस की सुविधा दी जाती है। फिलहाल 175 डायलिसिस मशीनें कार्यरत हैं। राशन कार्डधारी मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। शेष बचे तीन जिलों में मशीन लगाने की प्रक्रिया चल रही हैे
आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को राहत
किडनी रोग के मरीजों को डायलिसिस करानी पड़ती है, जो काफी महंगा होता है। मरीज को निजी अस्पतालों में प्रतिवर्ष 3 से 4 लाख रुपए का खर्च उठाना पड़ता है, जो गरीब मरीजों के लिए संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में राज्य सरकार की पहल से आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को राहत मिल रही है।

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