मोतिहारी में दर्दनाक हादसा: घर में आग लगने से पांच लोग जिंदा जले, तीन की मौत, दो की हालत गंभीर

मोतिहारी। मोतिहारी के घोड़ासहन स्टेट बैंक के पास एक घर में अचानक आग लग गई। जिससे घर के अंदर मौजूद पांच लोग फंस गए। तीन लोगों की मौत हो गई है। सभी एक ही परिवार के थे। मरने वालों में रौशन पड़ित (25), उनकी पत्नी कविता देवी (22) और बहन सालू कुमारी (15) हैं। जबकि पिता सुबोध पड़ित (45) और मां सुभावती देवी(40) की स्थिति नाजुक है। घर के नीचे गोदाम था और ऊपर परिवार रहता था। बताया जा रहा है गोदाम में रखी रूई में शॉर्ट-सर्किट से आग लग गई, जो देखते-देखते पहली मंजिल तक पहुंच गई। बाहर जाने का कोई रास्ता नहीं था। क्योंकि नीचे आग लगी हुई थी। सुबोध खुद को बचाने के लिए छत से कूद गए। सभी लोगों को दीवार तोड़कर बाहर निकाला गया। घटना घोड़ासहन रेलवे ढाला रोड की है। फायर ब्रिगेड की टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। परिवार का आरोप है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी देरी से पहुंची। अस्पताल गए तो जमीन पर लिटाकर इलाज शुरू कर दिया गया। वहां डॉक्टर भी नहीं थे। समय पर इलाज मिलता तो उनकी जान बच सकती थी। स्थानीय विवेक कुमार ने बताया कि हम जब पहुंचे तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी। इसके बाद दमकल कर्मी पहुंचे। गाड़ी में पानी भी कम ही था। आग नहीं बुझ पाई थी। दूसरी गाड़ी का इंतजार हो रहा था। घर में आग लगने के कारण चारों तरफ धुंआ फैला हुआ था। जिससे हम लोगों को परेशानी भी हो रही थी। जिसके बाद हम लोगों ने आसपास के घरों के छत पर मौजूद पानी की टंकी से पानी लेकर आग बुझाने की कोशिश की। इसके बाद सुबोध आग के बीच पहली मंजिल से कूद पड़े। हमने उन्हें उठाकर अस्पताल पहुंचाया। हम लोगों ने दीवार तोड़कर लोगों को निकालने का सोचा। किसी तरह से आग पर काबू पाया और मृत लोगों की लाशों को भी निकाला। घायलों को जब हम अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां ना आॅक्सीजन था, ना बेड और ना ही कोई डॉक्टर। जमीन पर लिटाकर स्टाफ ने इलाज शुरू कर दिया। जिसके बाद हमने एंबुलेंस बुलाई और घायल युवक को लेकर प्राइवेट अस्पताल के लिए निकले। अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई। विवेक ने बताया कि प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर ने कहा आप लोग इसे 15 मिनट पहले लाते तो जान बच सकती थी। उन्होंने बताया कि 112 नंबर पर फोन करने पर वे लोग मौके पर नहीं पहुंचे। लोगों ने स्थानीय घोरासन सरकारी अस्पताल में सुविधा नहीं होने पर नाराजगी जताई । उन्होंने पब्लिक की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये लोग सरकार से हमारी सुरक्षा के नाम पर वेतन लेते है और हमारी सुरक्षा के समय कभी मौजूद नहीं होते हैं। हादसे में घायल सुबोध अपने चचेरे भाई जयराम पड़ित की पत्नी के श्राद्ध कर्म में आए थे। आज ही वह काठमांडू जाने वाला थे, लेकिन ये हादसा हो गया। काठमांडू में सुबोध का होटल है। वहीं रौशन अपने घर का इकलौता वारिस था। 2022 में उसकी शादी हुई थी।

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