महावीर मंदिर में आरती के दौरान लगी आग, लोगों की सूझबूझ से रामनवमी पर बड़ा हादसा टला

पटना। रामनवमी के मौके पर प्रसिद्ध महावीर मंदिर के गर्भगृह के पास दोपहर आरती के दौरान आग लग गयी। जानकारी के मुताबिक ध्वज पूजन करने के बाद महावीर मंदिर न्यास के सचिव किशोर कुणाल और हजारों की संख्या में मौजूद भक्तों के बीच बजरंगबली की आरती उतारी जा रही थी। इसी दौरान गर्भ गृह के पास सजाए गये फूल में आग लग गई। आग लगने से थोड़ी देर के लिए लोग घबरा गये लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ही आग को बुझा दिया। बताया जाता है कि गर्भगृह के द्वार को फूलमालाओं से सजाया गया था। दोपहर की आरती कौ दौरान आरती की थाली में रखे कपूर की आग तेज हो गयी और फूलमालाओं तक जा पहुंची, जिसके कारण फूलों में आग लग गयी, हालांकि आग पर जल्द काबू पा लिया गया और आग से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं। आरती संपन्न होने के बाद जय श्रीराम के नारे लगाते हुए श्रद्धालुओं ने बजरंगबली के दर्शन किये।
रामनवमी पर उमड़ा श्रद्धा का सागर
प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव रामनवमी को लेकर राजधानी पटना के लोग भक्ति-सरिता में सराबोर नजर आए। पूरा शहर रामध्वज से केसरिया हो गया है वहीं महावीर मंदिर की छटा तो निराली नजर आ रही है। महावीर मंदिर में दो विग्रह वाले बजरंगबली के दर्शन के लिए देर रात से ही भक्तों की लंबी कतार देखने को मिली। प्रातः 2 बजकर 15 मिनट पर जैसे ही भक्तों के लिए मंदिर का पट खोला गया जय श्रीराम और जय बजरंगबली के उद्घोष से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया।
इस बार की रामनवमी है विशेष
दरअसल अयोध्या में श्रीराम प्रभु के विराजमान होने के बाद ये पहली रामनवमी है, जिसके कारण लोगों में विशेष उत्साह नजर आ रहा है। महावीर मंदिर में दर्शन के लिए भारी भीड़ को देखते हुए वीर कुंवर सिंह पार्क से लेकर हनुमान मंदिर तक महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग कतार लगाई गयी है। ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान महिला भक्त ने कहा कि “सनातनी जाग चुके हैं।अयोध्या में प्रभु श्री राम विराजमान हो चुके हैं।इस मौके पर भगवान का दर्शन करने आए हैं। भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रसाद वितरण के लिए कुल 14 काउंटर बनाए गये हैं। जिसमें महावीर मंदिर से लेकर सीपीयू गोलंबर तक 11 प्रसाद काउंटर और वीर कुंवर सिंह पार्क में तीन काउंटर बनाए गये हैं।
25 हजार किलो नैवेद्यम तैयार
रामवनमी के पावन अवसर पर सभी भक्तों को प्रसाद मिल सके इसके लिए 25 हजार किलो नैवेद्यम तैयार किया गया है। जल्द से जल्द जल्द भक्तों का प्रसाद चढ़ सके इसके लिए अयोध्या से 8 पुजारी बुलाए गए हैं। इसके साथ ही महावीर मंदिर के 6 पुजारी यानी 14 पुजारी देर रात तक भक्तों के प्रसाद चढ़ाने में सहयोग करेंगे।
चैत्र शुक्ल नवमी को प्रकट हुए थे प्रभु श्रीराम
हर वर्ष चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पूरे देश में श्रीरामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार प्रभु श्रीराम ने अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के पुत्र के रूप में अवतार लिया था और दुष्टों का संहार कर पूरे विश्व में धर्म की पुनर्स्थापना की थी।

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