महिला माइनिंग ऑफिसर पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण, चिराग ने कहा- बिहार में कानून व्यवस्था का खुलेआम चीरहरण

पटना। लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पटना के बिहटा में बालू खनन माफियाओं द्वारा महिला माइनिंग ऑफिसर पर हमले की घोर निंदा की है। वही उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह दोषी अवैध खनन माफियाओं को चिन्हित कर अविलंब ठोस कार्रवाई करे, ताकि आगे कभी भी ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। वही चिराग ने इस घटना के लिए सीधे-सीधे सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और इससे जुड़े कई अहम पहलुओं पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ध्यान आकृष्ट कराया है। मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए चिराग ने कहा कि वर्तमान समय में बिहार की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है अवैध बालू खनन। उन्होंने कहा की अवैध खनन से नदी का जलस्तर दिन प्रतिदिन नीचे होता जा रहा है, नदियां विलुप्त होने के कगार पर हैं। ऐसे में आने वाले समय में जल-स्तर एक व्यापक समस्या बन कर उभरेगा। किसानों को फसल उपजाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, जो शुभ संकेत नहीं है। वही चिराग ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बालू खनन की वजह से प्रतिदिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है।

बिहार में कानून व्यवस्था का खुलेआम चीरहरण हो रहा है। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री जी के पास इसका कोई समाधान नहीं है, वहीं महिला माइनिंग ऑफिसर छापेमारी करने जा रही है तो बालू माफियाओं का मनोबल इस कदर चरम सीमा पर है कि वो बेखौफ होकर सरेआम पुलिसकर्मियों पर हमला कर रहे हैं। वही आगे चिराग ने कहा कि पुलिस समाज की प्रहरी होती है, लेकिन नीतीश कुमार की स्वघोषित सुशासन सरकार में जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है, तो बिहार की जनता अपने आप को कैसे सुरक्षित महसूस करेगी। पुलिसकर्मियों पर ऐसे हमला होना नीतीश सरकार की विफलता को दर्शाती है और सरकारी तंत्र पर सवालिया निशान खड़े करती है। वही आगे चिराग ने चुटकी लेते हुए कहा कि प्रदेश में जो कुछ भी घटित हो रहा है इन सब मामलों का तो मुख्यमंत्री जी को कुछ पता ही नहीं होगा, क्योंकि इन दिनों उनका पूरा ध्यान प्रधानमंत्री की कुर्सी और विपक्षी एकता को एकजुट करने में है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि क्या वे इन्हीं सब मुद्दों के साथ देश भ्रमण पर निकलेंगे?

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