छपरा में ससुर ने किया विधवा बहू का कन्यादान, समाज के सामने बने मिसाल

छपरा। बिहार के छपरा में एक ससुर ने पिता बनकर अपनी विधवा बहू को फिर से नई जिंदगी शुरुआत करने का अवसर दिया। विधवा बहू के ससुर ने ना सिर्फ उसे बेटी समझकर उसका कन्यादान बल्कि उसके ज्येष्ठ ने बड़े भाई होने का फर्ज निभाते हुए उसे उसके ससुराल के लिए विदा भी किया। और अब परिवार की इस सराहनीय कार्य की चर्चा जोरो पर है। दरअसल सोनपुर के गोला बाजार के अशोक साह की पुत्री चांदनी कुमारी की शादी प्रमानन्दपुर के शिवपुर गाव के सुरेन्द्र प्रसाद साह के पुत्र चन्दन कुमार से 2017 में काफी धूमधाम से हुई थी। इसके बाद चन्दन और चांदनी का जीवन खुशहाल था। इस दौरान उन्हें एक पुत्र भी हुआ। तभी चौथे वर्ष 2021 में चन्दन की अचानक तबियत बिगड़ी और लंबी इलाज के बाद उनकी मृत्यु हो गई। चन्दन की मौत के बाद चांदनी की दुनिया उजड़ गई और उसके जीवन मे अंधेरा छा गया।
27 जून को मंदिर में हुई शादी, ससुर ने निभाया पिता का फ़र्ज़
बताया जाता हैं की चांदनी हमेशा खोई रहती थी, उसके चेहरे की उदासी को लेकर परिवार वाले भी चिंतित रहने लगे। घरवाले चांदनी की उदासी को देखकर काफी परेशान हो गये थे। फिर चांदनी के ससुर सुरेन्द्र प्रसाद साह ने परिजनों से राय विचार कर चांदनी की उजड़ी दुनिया को फिर से बसाने का निर्यण लिया और ससुर ने पिता बनकर अपनी विधवा बहू के लिये लड़का ढूंढने निकले। और राजस्थान के झुनझुन जिला निवासी रोशनलाल के पुत्र नवीन कुमार साह से उनका विवाह तय कर दिया। 27 जून को नवीन कुमार साह से चांदनी की शादी मंदिर में धूमधाम से सम्पन्न हुई। इधर उसके ससुर ने पिता होने का फर्ज निभाया तो चांदनी ने कहा कि उन्हें नही मालूम था कि फिर से उनकी दुनिया रौशन होगी लेकिन ससुर हमेशा से मुझे बेटी की तरह मानते थे और उन्हीं के द्वारा मुझे नया जीवन शुरुआत करने का फिर से मौका मिला है।

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