औरंगाबाद : किसानों ने सुखाड़ अनुदान राशि में लगाया बड़े पैमाने पर हेराफेरी का आरोप, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम

औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिला के देव प्रखंड के किसानों ने कृषि विभाग के कर्मचारी तथा अधिकारी पर भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का आरोप लगाया हैं। किसानों ने बिहार सरकार के द्वारा किसानों को दी जाने वाली सुखाड़ की अनुदान राशि में बड़े पैमाने पर हेराफेरी करने का आरोप किसान सलाहकार पर लगाया हैं। वही किसानो का कहना है कि किसान सलाहकार के द्वारा बिचौलिया के माध्यम से आवेदन लेने का कारोबार किया जा रहा है। जो किसान अपना खुद आवेदन जमा किया है, उसका आवेदन आज भी कूड़ेदान में फेंका हुआ है। बता दे की बिहार सरकार के द्वारा सुखाड़ क्षेत्र के किसानों को 3500 रु अनुदान के रूप में दीए जाने की घोषणा की गयी थी। सभी प्रखंड के अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वैसे पंचायतों को चिन्हित कर पूरा विवरण के साथ फॉर्म अप्लाई किया जाए और सभी किसानों को मदद के रूप में जितनी जल्दी हो सके उनके खाते में 3500 रुपये डाले जाए। इसको लेकर देव प्रखंड के बनुवां पंचायत के दर्जनों किसानो ने देव प्रखंड के कृषि भवन पहुंचे और और जमकर हंगामा किया।

वही इस मामले की जानकारी देते हुए किसान मंटू कुमार गुप्ता ने बताया कि सरकार के द्वारा किसानों के लिए जो भी सुविधाएं ब्लॉक में आता है। वह हमलोगों को नहीं मिल पताहै और न ही किसान सलाहकार के द्वारा हमलोगों को सूचना दी जाती है। वही उन्होंने कहा कि बिचौलिया के साथ मिलकर रफा-दफा कर लिया जाता है। उसने यह भी बताया कि हमलोग सुखाड़ के फॉर्म दो बार भरे, लेकिन अभी तक सुखाड़ की राशि हम लोग के खाता में नहीं आई है। जब पता लगाने ब्लॉक में आए तो अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि आप लोगों का फॉर्म रिजेक्ट हो गया है। वही इसको लेकर किसानों ने वरीय अधिकारी से जांच की मांग की है। वही आक्रोशित किसानों ने बताया कि अगर समय रहते बरिये अधिकारी के द्वारा इसकी जांच नहीं की गयी तो हम सभी किसान उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।

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