तमिलनाडु हिंसा पर अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू, ईओयू ने फेसबुक और ट्विटर से डिटेल मांगा

पटना। तमिलनाडु में अप्रवासी बिहारी मजदूरों पर हिंसा की भ्रामक पोस्ट और वीडियो शेयर करने वाले अभियुक्तों की तलाश में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की छापेमारी जारी है। ईओयू की विशेष जांच टीम (एसआइटी) आरा समेत कई जिलों में प्राथमिक अभियुक्तों की तलाश कर रही है। इस बीच ईओयू ने फेसबुक, ट्विटर और गूगल से भ्रामक पोस्ट करने वाले लोगों से जुड़े साक्ष्य मांगे हैं। तमिलनाडु प्रकरण से जुड़े पोस्ट को सुरक्षित रखने को लेकर तीन दिन पहले ईओयू ने प्रिजर्वेशन नोटिस जारी किया था। अब ऐसे पोस्ट से जुड़े लिंक मांगे जा रहे हैं, जिससे अफवाह फैलाने वालों को अन्य लोगों को चिह्नित किया जाए। गुरुवार को फिर से रिमाइंडर भेजा गया है। तमिलनाडु प्रकरण से जुड़े आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें जमुई से अमन कुमार को होली के पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पिछले दो दिनों से आरा और आसपास के इलाकों में एक अन्य अभियुक्त युवराज सिंह राजपूत की तलाश में छापेमारी की जा रही है। युवराज सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है और वह भोजपुर के नारायणपुर थाना कांड मामले में भी वांछित है। युवराज की ओर से छपरा के मुबारकपुर घटना के बाद भी आपत्तिजनक पोस्ट किए जाने के साक्ष्य मिले हैं। यूट्यूब पर पोर्टल चलाने वाले मनीष कश्यप और राकेश तिवारी के विरुद्ध भी प्राथमिकी कर जांच की जा रही है।
जांच कर लौटी तमिलनाडु पुलिस की टीम, राज्य सरकार को टीम सौंपेगी रिपोर्ट
भ्रामक पोस्ट की जांच को लेकर तमिलनाडु पुलिस की विशेष टीम भी बिहार आई थी। इस टीम का नेतृत्व तमिलनाडु पुलिस के एसीपी सर्वानन कर रहे थे। तमिलनाडु पुलिस की टीम ने पटना के अलावा आरा भी गई थी, जहां कई लोगों से पूछताछ की गई है। इसके अलावा ईओयू के वरीय अधिकारियों से भी तमिलनाडु पुलिस के अधिकारी मिले और सूचनाओं का आदान-प्रदान किया। गुरुवार की शाम तमिलनाडु पुलिस की टीम वापस लौट गई। प्रवासी कामगरों पर कथित हमले की जांच के लिए तमिलनाडु गया बिहार के वरीय अफसरों का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब तक की जांच में तमिलनाडु में स्थिति शांतिपूर्ण है। बिहारी प्रतिनिधिमंडल को हमले से जुड़े कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।

About Post Author