कावड़ यात्रा के बीच यूपी में दंगा कराने की साजिश, बिजनौर में असामाजिक तत्वों ने भगवा साफा पहन मजार में की तोड़फोड़

मामले की छानबीन में जुटी यूपी एटीएस

बिजनौर। कांवड़ यात्रा के दौरान यूपी के बिजनौर में गड़बड़ी फैलाने की साजिश सामने आई है। पुलिस ने दो मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया है जिन पर भगवा साफा पहन मजार में तोड़फोड़ करने का आरोप है। पुलि‍स के अनुसार दोनों युवक आपस में भाई हैं। इनके नाम मोहम्मपद कामिल और मोहम्मरद आदिल बताए जा रहे हैं। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने दो युवकों के पकड़े जाने की पुष्टि की। उन्होंडने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है। यूपी एटीएस भी मामले की छानबीन कर रही है। बता दे की इन दिनों कांवड़ यात्रा चल रही है। पश्चिमी उत्त र प्रदेश के अलावा प्रदेश अन्यछ जिलों में बड़े पैमाने पर कांवड़िए आ जा रहे हैं। इस बीच बिजनौर में इन दोनों युवकों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। बताया जा रहा है मजार में तोड़फोड़ के दौरान कुछ ग्रामीणों ने युवकों को पकड़कर ऐसा करने की वजह पूछी तो दोनों ने कहा कि वे अभी और मजारों में ऐसा ही करेंगे। दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस कांवड़ यात्रा को लेकर और सतर्क हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार मामले की जांच के लिए पुलिस के आला अफसर बिजनौर के शेरकोट पहुंच रहे हैं। जल्दा ही लखनऊ से एटीएस की टीम भी बिजनौर पहुंच सकती है।
बिजनौर के शेरकोट थाना क्षेत्र में तीन अलग-अलग स्थानों पर मजारों में लगभग थोड़े थोड़े समय अंतराल में तोड़फोड़ हुई। बताया जा रहा है कि जो युवक घटना को अंजाम दे रहे थे उनमें से एक को ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ लिया और बाद में मौके पर पहुंची पुलिस उसे पकड़ कर थाने ले गई। एएसपी पूर्वी के अनुसार दोनों युवक आपस में भाई हैं। आरोपी शेरकोट के मोहल्ला कायस्थान के रहने वाले हैं। दरअसल ये मामला शेरकोट में रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार थाना क्षेत्र के गांव घोसियावाला स्थित एक धार्मिक आस्था केंद्र में कुछ ग्रामीणों ने दो युवकों को तोड़-फोड़ करते देखा। मौके पर जब ग्रामीण पहुंचे तो एक युवक बाइक पर बैठकर फरार हो गया, जबकि ग्रामीणों ने एक को रंगे हाथों पकड़ लिया।
हिन्दू-मुस्लिम मिलकर करते हैं देखभाल
वही जिन आस्था केंद्रों पर यह तोड़फोड़ की गई है उनमें कुछ आस्था केंद्रों पर बाकायदा उर्स और कव्वालियों आदि का कार्यक्रम भी पूर्व में किया जाता रहा है। हालांकि, समय के साथ ऐसे आयोजनों में कमी आती गई। गांव घोसियावाला में जो आस्था केंद्र है, उसको लेकर हिंदू और मुस्लिम दोनों ही काफी श्रद्धा भाव रखते हैं। घोसियावाला स्थित आस्था केंद्र की सुरक्षा और देखभाल हिंदू और मुस्लिम मिलकर करते हैं।

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