पटना में जदयू कार्यालय पहुंचे सीएम नीतीश, प्रवक्ताओं की मीटिंग का किया निरीक्षण, ललन सिंह भी साथ में रहे मौजूद

पटना। गुरुवार को जनता दल (यूनाइटेड) के प्रदेश कार्यालय में उस समय हलचल तेज हो गई जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक कार्यालय पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह भी मौजूद थे। कार्यालय में उस समय प्रवक्ताओं की एक अहम बैठक चल रही थी, जिसका मुख्यमंत्री ने औचक निरीक्षण किया। उन्होंने प्रवक्ताओं की उपस्थिति और बैठक की प्रक्रिया का जायजा लिया। मुख्यमंत्री के आगमन की जानकारी मिलते ही जदयू कार्यालय में मौजूद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, एमएलसी संजय गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता इस अवसर पर उपस्थित रहे। नीतीश कुमार ने कार्यालय परिसर का भ्रमण किया और वहां हो रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने ललन सिंह से बातचीत के दौरान कहा, “यहां रेनोवेशन का सब काम हमने करवा दिया है, आप देख लीजिए।” इस पर ललन सिंह ने उत्तर दिया, “हमने देख लिया है। इसी दौरान मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने हाल ही में हुई सैन्य कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने आतंकवादी संगठनों और उनके ठिकानों पर सटीक और प्रभावी हमला किया है। उन्होंने इस हमले को भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक क्षमता का प्रमाण बताते हुए कहा, “हमारी सेना ने केवल आतंकी कैंपों को निशाना बनाया। उनके समीप मौजूद सैन्य कैंप को खरोंच तक नहीं आई, जिससे यह साबित होता है कि यह हमला अत्यंत सटीक और योजनाबद्ध था। ललन सिंह ने कहा कि इस हमले से देशवासियों को यह भरोसा मिला है कि भारत अब किसी भी आतंकवादी कार्रवाई को सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि देश में आक्रोश के बीच सरकार ने सख्त कार्रवाई का वादा किया था और अब उस पर अमल हुआ है। “हमारी सेना ने जिस दृढ़ता से जवाब दिया है, वह देश की आत्मरक्षा की भावना को दर्शाता है,” उन्होंने कहा। सर्वदलीय बैठक को लेकर पूछे गए सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि इस बार पूरा विपक्ष, हर राजनीतिक दल और पूरा देश एकजुट होकर सरकार और सुरक्षा बलों के साथ खड़ा है। उन्होंने इसे देश की लोकतांत्रिक शक्ति और एकता का प्रतीक बताया। “यह समय राजनीति करने का नहीं, बल्कि एकजुटता दिखाने का है। मुझे गर्व है कि आज पूरा देश हमारी सैन्य सेवा के साथ खड़ा है,” उन्होंने कहा। जदयू कार्यालय में हुई यह बैठक और सैन्य कार्रवाई पर दिए गए बयानों ने यह स्पष्ट कर दिया कि जदयू नेतृत्व न केवल राज्य की राजनीति पर नजर बनाए हुए है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और जनभावनाओं के मुद्दों पर भी मजबूती से अपनी बात रख रहा है।
