CM नीतीश बोले, बिहार के सभी गांवों को डेयरी को-आपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें

सभी गांवों में महिलाओं के लिए अलग से डेयरी को-आपरेटिव सोसायटी बनायें, जीविका की महिलाओं को करें शामिल
मुख्यमंत्री के समक्ष कॉम्फेड द्वारा दिया गया डेयरी डेवलपमेंट से संबंधित प्रस्तुतीकरण


पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में कॉम्फेड द्वारा डेयरी डेवलपमेंट से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रस्तुतीकरण के दौरान कृषि-सह-पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव एन सरवन कुमार ने मुख्यमंत्री को डेयरी को-आपरेटिव सोसायटी आर्गेनाइजेशन, एनिमल हेल्थ, एनिमल न्यूट्रिशन, प्रोसेसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, मार्केटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन पावर डेवेलपमेंट आदि से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।
दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए करना होगा तेजी से काम
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में सरकार में आने के बाद से ही हमलोगों ने दुग्ध उत्पादन में वृद्धि को लेकर कई कार्य किये हैं। पहले से दुग्ध उत्पादन बढ़ा है लेकिन इसे और बढ़ाने के लिए तेजी से काम करना होगा। डेयरी को-आपरेटिव सोसायटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार शुरू से ही प्रयासरत है और इसको लेकर हर तरह का सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों, प्रखंडों एवं पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-आपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें। उन्होंने कहा कि सभी गांवों में महिलाओं के लिए अलग से डेयरी को-आपरेटिव सोसायटी का गठन करें एवं जीविका की महिलाओं को भी इसमें शामिल करें। उन्होंने कहा कि गांवों तक डेयरी को-आपरेटिव सोसायटी का विस्तार होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से लोगों को रोजगार मिलने के साथ-साथ आमदनी भी बढ़ेगी।


7 निश्चय-2 में देशी गौ संरक्षण की योजना
सीएम नीतीश ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के 7 निश्चय-2 के अंतर्गत देशी गौ संरक्षण की योजना है। देशी-स्थानीय गाय के नस्ल को बढ़ावा देने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि भैंस और गाय के दूध की अलग-अलग उपयोगिता है, जिसे देखते हुये इस संबंध में अध्ययन करायें और उसके आधार पर इसे प्रमोट करें। गाय के दूध के उत्पादन को अलग से और प्रोत्साहित करने की जरुरत है। गाय का दूध स्वास्थ्य एवं अन्य दृष्टिकोण से भी उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि प्रति 8-10 पंचायतों पर एक पशु अस्पताल बनाने की योजना पर जल्द काम शुरू करें, जहां पशुओं के मुफ्त इलाज के साथ ही उनके लिये मुफ्त दवा की भी व्यवस्था हो।
बैठक में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी, मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं कॉम्फेड की प्रबंध निदेशक शिखा श्रीवास्तव उपस्थित थे।

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