विधानमंडल के बजट सत्र का 14वां दिन हंगामेदार : शराबबंदी को लेकर जमकर नारेबाजी-हंगामा, विधानसभाध्यक्ष ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, दूसरी पाली में प्रकट हुए तेजस्वी

पटना। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की कार्यवाही का 14वां दिन भी हंगामेदार रहा। बुधवार को विधानसभा और विधान परिषद में शराबबंदी को लेकर जमकर नारेबाजी और हंगामा हुआ। विधानसभा में सीएम के सामने ही विपक्ष के सदस्यों ने नीतीश कुमार हाय-हाय के नारे लगाए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि बंगाल चुनाव में जाना है। वहां बंगाल की खाड़ी से उनकी अंतरात्मा को निकाल कर लाएंगे। वहीं उन्होंने एक बार फिर मंत्री रामसूरत राय का मामला उठाते हुए कहा कि इनकी भी गिरफ्तारी नहीं होगी।
शराबबंदी पर सर्वदलीय बैठक सोमवार को
विधानसभा में शराबबंदी को लेकर जोरदार नारेबाजी और हंगामे के बाद अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बड़ा फैसला लिया। उन्होंने कहा कि सोमवार की सुबह 10 बजे सर्वदलीय बैठक होगी, जिसमें सभी दलों के बड़े नेता शराबबंदी पर चर्चा करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने साफ कहा कि दलीय नेताओं के साथ बैठक करके इस मुद्दे का समाधान निकालेंगे। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
पहली पाली में जोरदार हंगामा
विधानसभा में पहली पाली के दौरान शराबबंदी को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। वेल में आकर नारेबाजी कर रहे विपक्ष के सदस्यों को विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर टेबल के साथ कोई हरकत करेगा तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आप अगर इस तरीके से ड्रामा कीजिएगा तो अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। सदन में रहना है तो रहिए, नहीं तो बाहर भेज दिया जाएगा। 47 मिनट तक विपक्ष के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करते रहे।
मंत्री से इस्तीफे की मांग, लगा नारा
विपक्ष के हंगामा को देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि आपके हंगामे के सम्मान में मुझे सदन स्थगित करना पड़ रहा है। विपक्ष के सदस्यों ने उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार से इस्तीफे की मांग की। राजद विधायकों ने ”नीतीश कुमार का खेल है शराबबंदी फेल है” जैसे नारे लगाए।
तेजस्वी की गैर मौजूदगी पर उठे सवाल
इससे पहले राजद के विधायक भाई बीरेंद्र ने कहा कि कई अफसर ऐसे हैं जिनकों शराब के बिना रात में नींद नहीं आती है। हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का सवाल आया। इसके बावजूद विपक्ष के सदस्य शांत नहीं हुए। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने पूछा कि आप नेता प्रतिपक्ष का भी जवाब नहीं सुनना चाहते हैं। इस दौरान तेजस्वी सदन में मौजूद नहीं थे। इसको लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष सवाल दे कर कहां गायब हो गए। इस पर राजद विधायक भाई बीरेंद्र ने कहा कि सीएम भी विपक्ष की बात को सुनने के लिए सदन में नहीं हैं, यह आपत्तिजनक है। उन्हें भी सदन में होना चाहिए था।
वेल में पहुंचे विपक्ष के विधायक
विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने राजद विधायक से पूछा कि आप नाम बताइए कि कौन बिना शराब का सेवन किए नहीं सोता है। इसका जवाब देते हुए भाई बिरेंद्र ने कहा कि यह गोपनीय है, जांच कराने पर सब पता चल जाएगा। राजद विधायक के सवाल का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि शायद आप अपना अनुभव बता रहे थे। इसके बाद विपक्ष के विधायक सदन में जमकर हंगामा करने लगे। राजद, कांग्रेस और वाम दलों के विधायक वेल में आकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शराबबंदी पर अलग डिबेट
सदन में हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष के सदस्यों को लगातार अपनी सीट पर बैठने की अपील करते रहे। उन्होंने यह भी कहा कि सदन नियमों से चलता है, इस तरह की हरकतें उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष चाहेंगे तो शराबबंदी को लेकर अलग से डिबेट किया जा सकता है। इससे पहले सदन के बाहर वाम दल और राजद के विधायकों ने हंगामा किया। वाम दलों के विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको में कोरोना काल के दौरान क्वारंटिन सेंटरों पर घोटाले को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने जांच की मांग की।
दूसरी पाली में प्रकट हुए तेजस्वी
विधानसभा में दूसरी पाली के दौरान शराबबंदी को लेकर हो रहे हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव विधानसभा पहुंचे। उन्होंने बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय का जिक्र करते हुए कहा कि उनके आवास परिसर से शराब की कई बोतलें बरामद हुई है। इस पर सरकार को सोचना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने पहले मंत्री का नाम नहीं लिया। फिर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय का नाम लिया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार क्या कार्रवाई करेगी, यह जानना चाह रहे हैं। इससे पहले विधानसभा में दूसरी पाली का कार्यवाही शुरू होते ही शराबबंदी पर विपक्ष फिर से हंगामा करने लगा। विपक्ष के विधायकों ने कहा कि घर-घर शराब बिक रही है। इसके जवाब में अध्यक्ष ने कहा कि अगर आपके पास कोई साक्ष्य है तो वह सदन के पटल पर उपलब्ध कराएं। साथ ही हंगामा कर रहे विधायकों को सलाह देते हुए कहा कि आप लोग सरकार को सुझाव दीजिए, सदन के अंदर झूठी दलील मत दीजिए।

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