दरभंगा में सरकारी जमीन विवाद में दो पक्षों में मारपीट, लाठी डंडों से हमला, चार महिलाएं जख्मी

दरभंगा। बिहार के दरभंगा जिले से एक बार फिर ज़मीन विवाद को लेकर तनावपूर्ण और हिंसक घटना सामने आई है। गनौन पंचायत के बसोली गांव में सोमवार को दो गुटों के बीच सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर झगड़ा हो गया। विवाद इस कदर बढ़ गया कि दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस झड़प में चार महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विवाद की जड़: सरकारी जमीन पर हनुमान प्रतिमा
घटना की शुरुआत तब हुई जब गांव की कुछ महिलाओं ने बताया कि सरकारी जमीन पर एक झोपड़ी बना दी गई थी जिसमें हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। सोमवार को उस झोपड़ी की छत पर एस्बेस्टस चढ़ाया जा रहा था। इस दौरान दूसरा पक्ष वहां पहुंचा और उन्होंने झोपड़ी को जबरन तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हुई, जो जल्द ही हिंसक रूप ले ली।
घायल महिलाओं की स्थिति
इस झड़प में बासो देवी, कौशल्या देवी, कंचन देवी और सजदी देवी घायल हो गईं। बासो देवी ने बताया कि जब वे लोग झोपड़ी पर छत लगा रहे थे, तभी दूसरा पक्ष लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी जैसे हथियार लेकर वहां पहुंचा और हमला कर दिया। महिलाओं के अनुसार, हमला सुनियोजित था और मकसद झोपड़ी को तोड़कर वहां कब्जा जमाना था। घायल महिलाओं को इलाज के लिए घनश्यामपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है जहां उनका उपचार जारी है।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और स्थिति को नियंत्रित किया। घायलों को तुरंत अस्पताल भिजवाया गया। घनश्यामपुर थाना के थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि फिलहाल किसी पक्ष की ओर से कोई लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। आवेदन मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
ग्रामीणों में भय और असंतोष
इस घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीणों में भय का माहौल है क्योंकि दोनों पक्षों के बीच पुराना विवाद पहले भी रह चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को पहले से ही इस जमीन को लेकर सतर्क रहना चाहिए था क्योंकि यहां विवाद की संभावना थी। अब जब झड़प हो चुकी है और महिलाएं घायल हुई हैं, तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई है।
प्रशासन की जिम्मेदारी और समाधान की आवश्यकता
सरकारी जमीनों को लेकर बिहार के ग्रामीण इलाकों में अक्सर इस तरह के विवाद सामने आते रहते हैं। ये घटनाएं यह स्पष्ट करती हैं कि जमीन संबंधी विवाद केवल संपत्ति का मसला नहीं हैं, बल्कि सामाजिक तनाव और कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाला मुद्दा भी बन चुके हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसी विवादित जमीनों की पहचान कर उन्हें चिन्हित करे और वहां किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण या कब्जे को रोके। दरभंगा की यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था की विफलता को उजागर करती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन विवादों की गंभीरता को भी दर्शाती है। जहां धार्मिक आस्था और निजी स्वार्थ आपस में टकराते हैं, वहां विवाद का हिंसक रूप लेना आम बात हो गई है। प्रशासन को चाहिए कि वह तत्परता से जांच कर दोषियों को सजा दिलाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। साथ ही समाज को भी चाहिए कि वे विवादों को कानूनी माध्यम से सुलझाने की ओर कदम बढ़ाएं, ताकि हिंसा और आपसी टकराव से बचा जा सके।

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