ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर सीबीआई ने चलाया ऑपरेशन मेघदूत, 20 राज्यों में 56 ठिकानों पर की बड़ी छापेमारी

नई दिल्ली। सीबीआई ने ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल पोर्नोग्राफी करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए कमर कस ली है। सीबीआई ने आज शनिवार को ऐसे कामों में लिप्त लोगों को पकड़ने और सबूत जुटाने के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, जांच एजेंसी 20 राज्यों में कम से कम 56 लोकेशन पर छापेमारी कर रही है। सीबीआई के मुताबिक, कई ऐसे गैंग चिन्हित किए गए है, जो न केवल चाइल्ड सेक्सुअल पोर्नोग्राफी करते हैं, बल्कि उसके जरिए बच्चों को फिजिकली ब्लैकमेल भी करते हैं। ये छापेमारी अभियान क्लाउड स्टोरेज सेवाओं पर टारगेट है, जिसका इस्तेमाल अपराधी बच्चों के साथ अवैध यौन गतिविधियों के ऑडियो-विजुअल सर्कुलेट करने के लिए करते हैं। सीबीआई की इस छापेमारी का कोड नेम ऑपरेशन मेघदूत रखा गया है। ऐसे कामों में शामिल गैंग्स दो तरीके से काम करते हैं, पहला- ग्रुप बनाकर और दूसरा व्यक्तिगत तौर पर। सीबीआई को इंटरपोल के जरिए सिंगापुर से इस मामले के इनपुट्स मिले थे, जिसके बाद भारत मे यह छापेमारी की जा रही है। गौरतलब है कि पिछले साल 16 नवंबर को भी सीबीआई ने इंटरपोल की जानकारी पर ऑपरेशन कार्बन चलाया था, यह भी उसी ऑपरेशन का फॉलोअप है।
पिछले साल किया था बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश, 14 राज्यों में हुई थी कार्रवाई
सीबीआई ने पिछले साल चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज में शामिल लोगों और सीएसएएम के डिस्ट्रीब्यूटर्स के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया था, जो पेटीएम के माध्यम से हासिल पेमेंट के साथ 60 वीडियो के लिए सिर्फ 10 रुपये में सोशल मीडिया पर अवैध सामग्री बेच रहे थे। ऑपरेशन कार्बन कोड नाम से एजेंसी के इस ऑपरेशन ने 51 सोशल मीडिया ग्रुप को बेनकाब किया था, जिसमें 5700 आरोपी शामिल थे। इनके पास 5 लाख सोशल मीडिया मैसेज और 10 लाख संदिग्ध सीएसएएम वीडियो मैसेज पाए गए थे। वही जांच एजेंसी ने पिछले साल 14 नवंबर को बाल दिवस पर शुरू किए गए अभियान में 14 राज्यों में अपनी कार्रवाई की थी और 77 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में 7 लोगों को गिरफ्तार किया था। 83 आरोपियों के तलाशी अभियान में इलेक्ट्रॉनिक डेटा और गैजेट्स की बड़ी खेप जब्त की गई थी। इस अभियान ने 51 से ज्यादा सोशल मीडिया ग्रुप को टारगेट किया था, जिनमें पांच हजार से ज्यादा अपराधी पाकिस्तान, कनाडा, बांग्लादेश, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, अजरबैजान, श्रीलंका, संयुक्त राज्य अमेरिका, सऊदी अरब, यमन, मिस्र, ब्रिटेन, बेल्जियम, घाना में स्थित कुछ अन्य आरोपियों के साथ बाल यौन शोषण सामग्री सर्कुलेट कर रहे थे।

About Post Author

You may have missed