बिहार को तंबाकू मुक्त प्रदेश बनाना लक्ष्य, समाज भी तंबाकू के खिलाफ जंग में भागीदारी सुनिश्चित करे : मंगल पांडेय

  • तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान (टीओएफईआई) का क्रियान्वयन निर्देशिका का किया विमोचन

पटना। शिक्षा विभाग एवं सोशियो इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल सोसाइटी (सीड्स) द्वारा बुधवार को तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान (टीओएफईआई) क्रियान्वयन निर्देशिका का विमोचन शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने संयुक्त रूप से किया। शिक्षा विभाग के मदन मोहन झा स्मृति सभागार में आयोजित विमोचन समारोह में मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार को तंबाकू मुक्त प्रदेश बनाने का लक्ष्य है। इस दिशा में राज्य सरकार कार्य कर रही है। सतत प्रयास का सुखद परिणाम भी दिख रहा है और तंबाकू सेवन करने वालों की संख्या में कमी आ रही है।
टीओएफईआई के गाइडलाइन होगा लागू
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2008 में प्रदेश की करीब 53 प्रतिशत आबादी तंबाकू प्रदार्थ का सेवन करती थी, जो 2017 में घटकर 25.9 प्रतिशत पर आ गई। यह आंकड़ा सुखद अनुभूति कराता है, लेकिन अभी भी स्थिति चिंताजक बनी हुई है। स्कूल-कॉलेज जाने वाले युवा वर्ग तंबाकू की लत से जकड़े हुए हैं। इनको तंबाकू की जद से मुक्त और बच्चों को तंबाकू की आदत नहीं पड़ने देने के प्रयास करने होंगे, तभी अगले साल आने वाली सर्वे रिपोर्ट में आंकड़ा में कमी आ सकेगी। उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग शिक्षण संस्थानों में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को विस्तार देगा और टीओएफईआई के गाइडलाइन को लागू करेगा। राज्य सरकार अपना काम कर रही है पर समाज को भी तंबाकू के खिलाफ जंग में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। बचपन में ही अगर डर पैदा कर दिया जाए तो बच्चे तंबाकू के प्रति आकर्षित नहीं होंगे।
तंबाकू सेवन से सिर्फ नुकसान
वहीं शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि तंबाकू से कोई फायदा नहीं होता है सिर्फ नुकसान ही होता है। इसलिए तंबाकू का सेवन करने वालों को आदत छुड़ाना और नए लोगों को तंबाकू की आदत से बचाना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। शिक्षा विभाग तंबाकू के खिलाफ मुहिम में स्वास्थ्य विभाग का पूरा साथ देगा। मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार, शिक्षा निदेशक मनोज कुमार, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह, सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा, द यूनियन के उप क्षेत्रीय निदेशक डॉ. राणा जे सिंह आदि ने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के कई अधिकारी उपस्थित रहे।

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