नेपाल सरकार ने चीनी ऐप टिकटॉक पर लगाया बैन, सामाजिक शांति को लेकर लिया फैसला

नई दिल्ली। नेपाल की सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए चीनी कंपनी टिकटॉक पर बैन लग दिया है। इससे पहले भी कई देश इस ऐप पर बैन लगा चुके हैं, सुरक्षा कारणों की वजह से ये फैसला हुआ है। इसी कड़ी में नेपाल सरकार ने भी टिक टॉक पर बैन लगा दिया है। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि देश की सामाजिक शांति को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है। नेपाल ने ये फैसला लेते वक्त भारत, फ्रांस जैसे उन देशों का भी जिक्र किया है जहां पर कई साल पहले ही टिक टॉक पर बैन लगा दिया गया। जानकार मानते हैं कि टिक टॉक की वजह से कई संवेदशील जानकारी भी चीन तक पहुंच सकती है। उसी वजह से इस ऐप को बैन करने का फैसला हुआ है। नेपाल सरकार का कहना है कि पूर्ण रूप से इस ऐप को बैन होने में अभी ज्यादा टाइम लगेगा, लेकिन फैसला ले लिया गया है। नेपाल पुलिस के साइबर ब्यूरो, गृह मंत्रालय और टिकटॉक के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह की शुरुआत में इस मुद्दे पर चर्चा की। तकनीकी तैयारी पूरी होने के बाद सोमवार का निर्णय लागू होने की उम्मीद है। नेपाल सरकार का यह फैसला ‘सोशल नेटवर्किंग के संचालन पर निर्देश 2023’ पेश किए जाने के कुछ दिनों के भीतर आया है। नए नियम के अनुसार, नेपाल में सक्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को देश में अपने कार्यालय स्थापित करने होंगे। कैबिनेट की बैठक में फेसबुक, एक्स (पूर्व में ट्विटर), टिकटॉक और यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया साइटों के लिए नेपाल में अपने संपर्क कार्यालय खोलना अनिवार्य कर दिया गया था। सरकार ने पिछले सप्ताह कहा था कि यह उपाय उन लोगों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर पेश किया गया है जो शिकायत कर रहे हैं कि नेपाल में कंपनियों के प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति के कारण अधिकारियों के लिए अपने उपयोगकर्ताओं की चिंताओं को दूर करना और यहां तक कि प्लेटफार्मों से आपत्तिजनक सामग्री को हटाना भी मुश्किल हो गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को नेपाल का निर्देश
निर्देश लागू होने के तीन महीने के भीतर कंपनियों को नेपाल में या तो एक कार्यालय स्थापित करना होगा या एक फोकल व्यक्ति नियुक्त करना होगा। इसी तरह, कंपनियों को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ पंजीकृत करना होगा। मंत्रालय उन प्लेटफॉर्म को बंद कर सकता है जो नेपाल में पंजीकृत नहीं हैं। निर्देशों में फेसबुक, एक्स, टिकटॉक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के उपयोगकर्ताओं के लिए 19-बिंदु वाली ‘नहीं करने वाली’ सूची शामिल है।

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