जनता दरबार में रिश्वत मांगने की शिकायतों पर भड़के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कहा-इनके खिलाफ करें केस

पटना । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता दरबार में लोगों की शिकायतें सुनीं। विभागों से जुड़ी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई भी। जनता दरबार में आए व्यक्ति ने कहा कि उनके बेटे और बेटी की मौत डूबने से हो गई थी।

सरकार ने मुआवजे की राशि भी जारी की लेकिन अब कार्यालय का कर्मी राशि के भुगतान के लिए एक लाख रुपये की घूस मांग रहा है। घूस की बात सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश भड़क गए। सीएम नीतीश कुमार ने मुआवजे की राशि देने के बदले घूस की मांग पर आग बबूला हो गए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तुरंत आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को फोन मिलवाया और कहा कि इस मामले में सारी जानकारी लेकर घूस मांगने वाले के खिलाफ केस करें।

भागलपुर से आई बच्ची ने जनता दरबार में सीएम नीतीश कुमार के सामने कहा कि उसने 2016 में मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। लेकिन उसे अब तक मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना की राशि नहीं मिल पाई है। इसके साथ ही एक युवक ने भी ऐसी ही शिकायत की।

युवक ने जनता दरबार में कहा कि उसने 2017 में 10वीं की परीक्षा पास की थी लेकिन उसे प्रोत्साहन राशि नहीं मिली। ऐसी शिकायतों को सुनकर मुख्यमंत्री चौंक गए। इसके साथ ही जनता दरबार में आंगनबाड़ी सेविक बहाली को लेकर भी कई मामले आए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने मधुबनी जिले से आंगनबाड़ी सेविका बहाली के चार मामले आने के बाद उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अपर सचिव को फोन लगाकर ऐसे मामलों को देखने को कहा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, वित्त विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग समेत अन्य विभागों से संबंधित समस्याओं को सुना।

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