प्रदेश में हड़ताल पर गए 977 सर्वेक्षण कर्मी वापस लौटे, सरकार के एक्शन का असर, महा-अभियान जारी
पटना। अपनी मांगों को लेकर 10 हजार से ज्यादा विशेष सर्वेक्षण कर्मी हड़ताल पर हैं। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग बिहार में राजस्व महाअभियान चला रही है। इनके हड़ताल पर जाने से काम प्रभावित हो रही थी। जिसे देखते हुए विभाग ने राज्य के कुल 38 जिलों के 8481 हलका में सीएससी के माध्यम से कुल 11,549 कर्मियों की सेवा ली। जिसमें कुल 10936 कंप्यूटर ऑपरेटर, अंचल और जिला स्तर पर क्रमशः कुल 537 तथा 76 पर्यवेक्षक है। उधर विभाग ने हड़ताल पर गये विशेष सर्वेक्षण कर्मियों पर कार्रवाई की। अबतक 256 विशेष सर्वेक्षण कर्मियों को बर्खास्त कर दिया। विभाग के एक्शन के बाद आज 977 संविदा कर्मी काम पर लौट आए है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा चलाए जा रहे राजस्व महा–अभियान को गति मिलनी शुरू हो गई है। विभाग द्वारा विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों पर सख्त कार्रवाई के बाद अब हालात बदल रहे हैं। 977 संविदा कर्मियों ने अपने–अपने सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के पास योगदान दे दिया है।शिविरों में रैयतों की भारी भागीदारी देखने को मिल रही है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार, अब तक एक लाख से अधिक आवेदन रैयतों द्वारा शिविरों में जमा कराए जा चुके हैं। इनमें ऑनलाइन जमाबंदी में त्रुटि सुधार, ऑफलाइन जमाबंदी को ऑनलाइन कराने, बंटवारा नामांतरण और उत्तराधिकार नामांतरण से संबंधित हैं। अधिकारी मानते हैं कि रैयतों का यह उत्साह इस महाअभियान की सफलता का संकेत है।विभागीय आंकड़ों के अनुसार कुल 3 करोड़ 60 लाख जमाबंदियों में से अबतक 45 फीसदी जमाबंदी पंजी की प्रति रैयतों के बीच वितरित कर दी गई है। शेष प्रतियों का वितरण भी अभियान की अवधि में प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। संविदा कर्मियों की हड़ताल और रैयतों की सक्रिय भागीदारी के बीच राजस्व महा–अभियान की व्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य से प्रत्येक शिविर में सीएससी के चार ऑपरेटर तैनात किए जाएंगे। इससे शिविरों का काम और सुचारू होगा। अधिकारियों का कहना है कि सभी आवेदन तय समयसीमा के भीतर निपटाने की पूरी तैयारी कर ली गई है।


