शिवहर में पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने उठाया खौफनाक कदम, फांसी लगाकर की आत्महत्या

शिवहर। शिवहर जिले के तरियानी थाना क्षेत्र के छपरा डेरा टोला गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक युवक ने कथित रूप से पत्नी और साली की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान धीरज कुमार के रूप में हुई है, जिसकी उम्र लगभग 28 वर्ष बताई जा रही है। इस घटना ने गांव में सनसनी फैला दी है और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
शादी से शुरू हुई उलझनों की कहानी
धीरज कुमार की शादी करीब दो साल पहले निशा कुमारी से हुई थी। यह शादी परिवार की सहमति के बिना हुई थी, जिससे शुरू से ही घर के माहौल में असहजता थी। खास बात यह है कि निशा, धीरज के बड़े भाई रामबाबू की पत्नी साजन देवी की बहन है। यानी दो बहनें एक ही घर में थीं, जो अक्सर घरेलू विवाद और मानसिक तनाव का कारण बन रही थीं। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, शादी के बाद से ही धीरज और उसकी पत्नी के बीच अनबन चलती रही और बातों में तल्खी बढ़ती गई।
लगातार प्रताड़ना और मानसिक तनाव
परिजनों ने आरोप लगाया है कि निशा और उसकी बहन साजन देवी दोनों मिलकर धीरज को मानसिक रूप से परेशान करती थीं। पिछले करीब बीस दिनों से धीरज के साथ मारपीट की जा रही थी। घर के अंदर का माहौल इस कदर बिगड़ गया था कि धीरज हमेशा उदास और तनावग्रस्त रहने लगा था। वह किसी से खुलकर बात नहीं करता था और अंदर ही अंदर घुटता जा रहा था।
घटना की रात और पुलिस की कार्रवाई
सोमवार की देर रात जब परिवार के सदस्य सो रहे थे, तब धीरज ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। तरियानी थाना के थानाध्यक्ष रोहित कुमार ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और कानूनी प्रक्रिया के तहत पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार मामला घरेलू कलह और मानसिक प्रताड़ना का है, जिससे तंग आकर धीरज ने यह खौफनाक कदम उठाया। पुलिस ने बताया कि वे सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है और इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि प्रताड़ना के आरोपों में कितनी सच्चाई है।
मासूम बेटे का भविष्य अंधेरे में
धीरज और निशा का एक नौ महीने का बेटा भी है। यह मासूम बच्चा अब मां की देखरेख में रहेगा, लेकिन पिता के साये के बिना उसका भविष्य चिंताजनक हो गया है। परिजन और गांव वाले बच्चे के भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं। इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि घरेलू विवादों और प्रताड़नाओं के चलते कितनी जिंदगियां बर्बाद हो रही हैं और समाज किस दिशा में जा रहा है।
सामाजिक तंत्र पर सवाल
यह घटना सिर्फ एक पारिवारिक मामला नहीं, बल्कि एक सामाजिक विफलता को भी उजागर करती है। अक्सर पुरुषों की मानसिक स्थिति या घरेलू प्रताड़ना की चर्चा समाज में नहीं होती, जिससे कई बार वे चुपचाप सब सहते हैं और अंत में आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। धीरज की मौत ने इसी खामोशी को एक चीख में बदल दिया है, जो समाज को झकझोरने के लिए काफी है। शिवहर की यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है। यह जरूरी हो गया है कि घरेलू विवादों को गंभीरता से लिया जाए और मानसिक स्वास्थ्य पर भी उतना ही ध्यान दिया जाए जितना शारीरिक स्वास्थ्य पर दिया जाता है। पुलिस जांच जारी है और उम्मीद है कि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
