प्रदेश में बीएड नामांकन के लिए कॉलेजों का चॉइस फिलिंग शुरू, 29 जून तक रजिस्ट्रेशन, 37 हज़ार सीटों पर दाखिला

पटना। बिहार राज्य में बीएड नामांकन की प्रक्रिया 2025 के लिए शुरू हो चुकी है। इस बार प्रदेश भर में कुल 37 हजार सीटों पर नामांकन होना है। राज्य के सरकारी और निजी बीएड कॉलेजों में योग्य उम्मीदवारों को दाखिला मिलेगा। इच्छुक और पात्र अभ्यर्थी 29 जून 2025 तक आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन और चॉइस फिलिंग कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन और काउंसलिंग शुल्क
बीएड काउंसलिंग के लिए सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को ऑनलाइन मोड में रजिस्ट्रेशन करना होगा। यह प्रक्रिया अभ्यर्थियों के लॉग-इन क्रेडेंशियल्स के जरिए की जाएगी। रजिस्ट्रेशन के समय सभी को काउंसलिंग शुल्क भी जमा करना होगा, जो वर्ग के अनुसार निर्धारित है। सामान्य वर्ग के लिए यह शुल्क 1000 है, पिछड़ा वर्ग के लिए 750 तथा अनुसूचित जाति और सभी वर्गों की महिलाओं के लिए 500 निर्धारित किया गया है।
कॉलेज चयन की प्रक्रिया
रजिस्ट्रेशन के बाद अभ्यर्थियों को चॉइस फिलिंग करनी होगी। इसमें न्यूनतम तीन और अधिकतम नौ कॉलेजों का चयन करना अनिवार्य है। विशेषज्ञों की सलाह है कि छात्र अपनी सुविधा और भौगोलिक स्थिति के अनुसार नजदीकी कॉलेजों को वरीयता दें ताकि आगे चलकर आवागमन या आवास की समस्याओं से बचा जा सके।
प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों की सीट विवरणी
इस बार बीएड दाखिले के लिए राज्य के कुल 14 विश्वविद्यालयों के अधीन कॉलेजों में सीटें उपलब्ध हैं। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के अंतर्गत 33 कॉलेजों में कुल 2850 सीटें हैं। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर में 57 कॉलेजों में 6150 सीटें हैं। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में 12 कॉलेजों में 1250 सीटें उपलब्ध हैं। जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा में 15 कॉलेजों में 1500 सीटें हैं। केएसडी संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा में एकमात्र कॉलेज है, जहां 100 सीटें हैं। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा में 33 कॉलेजों में 3750 सीटें हैं। मगध विश्वविद्यालय, बोधगया में 48 कॉलेजों में 6000 सीटों की व्यवस्था की गई है। मौलाना मजहरुल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय, पटना में 32 कॉलेजों के माध्यम से 3200 सीटें दी जा रही हैं। इसके अलावा मुंगेर विश्वविद्यालय में 5 कॉलेजों में 500 सीटें हैं, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में 55 कॉलेजों में 6350 सीटें, पटना विश्वविद्यालय में 3 कॉलेजों में 300 सीटें, पूर्णिया विश्वविद्यालय में 10 कॉलेजों में 1100 सीटें, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में 15 कॉलेजों में 1600 सीटें और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा में 20 कॉलेजों में 2350 सीटें निर्धारित हैं।
कॉलेज आवंटन और नामांकन प्रक्रिया
कॉलेजों का आवंटन 4 जुलाई 2025 को किया जाएगा। इसके बाद 5 जुलाई से 15 जुलाई तक छात्रों को अपने आवंटित कॉलेज को स्वीकृति देनी होगी। स्वीकृति के दौरान 3000 की नॉन-रिफंडेबल पार्ट फीस जमा करनी होगी, जो आगे चलकर नामांकन शुल्क में समायोजित कर दी जाएगी। इसके बाद 5 जुलाई से 16 जुलाई तक छात्रों को संबंधित कॉलेज में जाकर शेष फीस जमा करनी होगी और नामांकन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
जरूरी निर्देश और सावधानियां
यह स्पष्ट किया गया है कि जो अभ्यर्थी समय पर आवंटित कॉलेज में नामांकन नहीं लेंगे, उन्हें दोबारा अवसर नहीं मिलेगा। इसलिए सभी छात्रों को समय सीमा का पालन करने की सख्त सलाह दी गई है। साथ ही, यह भी कहा गया है कि कॉलेजवार फीस की जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध है, जिससे छात्र पहले से आर्थिक योजना बना सकें। छात्रों को सुझाव दिया गया है कि वे अपनी सुविधा को ध्यान में रखते हुए कॉलेजों का चयन करें ताकि आगे चलकर किसी प्रकार की असुविधा न हो। सही निर्णय और समयबद्ध प्रक्रिया के माध्यम से छात्र बिना किसी परेशानी के बीएड नामांकन प्रक्रिया को पूरा कर सकेंगे।
