पटना में मुंबई से आए युवक की संदिग्ध मौत, परिवार बोला- नशे की सुई से हत्या हुई, पुलिस की जांच जारी

बिहटा। पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतक युवक की पहचान इंद्रजीत कुमार के रूप में हुई है, जो पिछले कुछ वर्षों से मुंबई में काम करता था। इस घटना ने न केवल परिजनों को गहरा सदमा दिया है, बल्कि गांव में भी सनसनी फैला दी है। इंद्रजीत की मां उर्मिला देवी ने इसे सुनियोजित हत्या बताया है और दो लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि, पुलिस अभी मामले की तहकीकात में जुटी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
मुंबई से लौटे बेटे की संदिग्ध हालात में मौत
उर्मिला देवी के अनुसार उनका बेटा इंद्रजीत पिछले दो साल से मुंबई में कार्यरत था और हाल ही में 8 जून को ही वह अपने गांव लौटा था। सोमवार की शाम वह अपने चचेरे भाई मनोज और उसके दोस्त नागेश्वर के साथ गांव के बांसवाड़ी इलाके में गया था। देर शाम जब इंद्रजीत वापस नहीं लौटा, तो मां उसे खोजते हुए वहां पहुंची। उन्होंने बताया कि मौके पर उन्होंने देखा कि मनोज और नागेश्वर मिलकर इंद्रजीत को कोई नशीली सुई दे रहे थे। उसी समय इंद्रजीत तड़पने लगा और उसने खुद बताया कि उसे नशे की सुई में ज़हर मिलाकर दिया गया है। परिजन उसे तुरंत घर लेकर आए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और इंद्रजीत ने दम तोड़ दिया।
परिजनों का आरोप, कहा- सुनियोजित हत्या हुई
इंद्रजीत की मां का आरोप है कि यह महज एक हादसा नहीं बल्कि हत्या है। उन्होंने साफ कहा कि मनोज और नागेश्वर ने मिलकर उनके बेटे की साजिशन हत्या की है। इस बात की पुष्टि खुद इंद्रजीत ने मरने से पहले की थी। परिवार का कहना है कि दोनों आरोपित युवक अक्सर गलत संगत में रहते हैं और इंद्रजीत को भी बार-बार उनके साथ जाने से रोका जाता था। घटना के बाद से आरोपित युवक गांव से फरार बताए जा रहे हैं।
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही बिहटा थाना अध्यक्ष शशि कुमार राणा की अगुवाई में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अस्पताल भेज दिया है। थाना अध्यक्ष ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल युवक की मौत के पीछे की सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
परिवार पर टूटा एक और दुख का पहाड़
यह पहली बार नहीं है जब उर्मिला देवी ने अपने किसी बेटे को खोया है। उन्होंने बताया कि करीब चार साल पहले उनके बड़े बेटे की भी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। अब छोटे बेटे की इस तरह अचानक मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है और परिवार में मातम का माहौल है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
फिलहाल पूरा मामला पुलिस जांच के दायरे में है। आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है और पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही तय हो सकेगा कि इंद्रजीत की मौत ज़हर दिए जाने से हुई है या कोई और कारण था। इसके साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या यह घटना किसी पारिवारिक रंजिश या आपसी विवाद का नतीजा है।
न्याय की आस में परिजन, सवालों के घेरे में कानून व्यवस्था
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं कि गांवों में कानून व्यवस्था कितनी प्रभावी है और युवाओं की संगत या नशा किस हद तक जानलेवा हो सकता है। इंद्रजीत की मौत एक रहस्य बन गई है, जिसकी परतें पुलिस की जांच से ही खुलेंगी। परिवार को अब बस एक ही उम्मीद है – कि उन्हें न्याय मिले और उनके बेटे की मौत के असली कारणों का जल्द से जल्द पता चल सके।
