समस्तीपुर में सर्पदंश से 9वीं की छात्रा की मौत, परिवार में पसरा मातम

मृतका छात्रा की फाइल फोटो।

समस्तीपुर। बिहार के समस्तीपुर जिले के सिंघिया थाना क्षेत्र के सालेपुर गांव में एक दर्दनाक घटना घटी, जिसमें 9वीं कक्षा की छात्रा शोभा कुमारी की सांप के काटने से मौत हो गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी और मृतका के परिवार में गहरे दुख का माहौल पैदा कर दिया। यह घटना सोमवार की देर रात की है, जब शोभा अपने घर में अकेले सो रही थी। सांप के काटने के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार की रात शोभा कुमारी, जो 9वीं कक्षा की छात्रा थी, रात का खाना खाकर अपने कमरे में सोने चली गई। सालेपुर गांव में उसका घर सिंघिया थाना क्षेत्र में स्थित है, जहां पास ही एक नदी बहती है। यह नदी सांपों और अन्य जंगली जीवों का आवास मानी जाती है। शोभा के सोते समय, एक विषैला सांप उसकी खटिया पर चढ़ गया और उसे डस लिया। बताया जा रहा है कि सांप ने उसे पैर में काटा, जिससे उसकी तबीयत तेजी से बिगड़ गई। जब शोभा ने सांप के काटने के बाद दर्द से चिल्लाया, तो उसके परिवार के लोग तुरंत उसके कमरे में पहुंचे। उस समय तक स्थिति बहुत गंभीर हो चुकी थी। परिवार ने बिना देरी किए उसे सिंघिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएससी) ले जाने का प्रयास किया। लेकिन जब तक वे अस्पताल पहुँचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने शोभा को मृत घोषित कर दिया और कहा कि यदि उसे समय पर अस्पताल लाया जाता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। मृतका के चाचा बैजू चौपाल ने घटना के बारे में बताया कि शोभा अकेले कमरे में सो रही थी और पास की नदी से अक्सर इस प्रकार के जीव-जंतु घर में आ जाते हैं। सांप के काटने के बाद उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार, अस्पताल पहुँचने में देरी होने के कारण उसकी जान नहीं बच सकी। घटना की जानकारी मिलते ही सिंघिया थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। थाना अध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने बताया कि परिवार का दावा है कि शोभा को कोबरा सांप ने काटा था, जिससे उसकी मृत्यु हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है, ताकि घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने यह भी कहा कि ग्रामीण इलाकों में सांप के काटने के मामलों में अक्सर देरी से चिकित्सा सहायता प्राप्त होने के कारण इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं। ऐसे मामलों में त्वरित चिकित्सा सेवाएं और जागरूकता की कमी अक्सर जानलेवा साबित होती है। शोभा की मौत के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। उसकी उम्र कम थी और वह पढ़ाई में अच्छी थी, जिसके कारण उसकी आकस्मिक मृत्यु ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। परिवार वालों के साथ-साथ गांव के लोग भी इस घटना से अत्यधिक दुखी हैं। शोभा के सहपाठी और शिक्षक भी इस घटना से प्रभावित हैं, क्योंकि उसने बहुत छोटी उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश की घटनाएं आम होती जा रही हैं, खासकर बरसात के मौसम में, जब सांप अपने बिलों से बाहर निकलकर रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए ग्रामीणों को सतर्क रहना चाहिए और अपने घरों के आसपास साफ-सफाई बनाए रखनी चाहिए। सांप के काटने पर त्वरित चिकित्सा सहायता लेना बेहद जरूरी होता है, ताकि समय रहते पीड़ित की जान बचाई जा सके। सरकार और स्थानीय प्रशासन को भी इन क्षेत्रों में सर्पदंश के प्रति जागरूकता फैलाने और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी-वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। यह न केवल लोगों की जान बचाने में मदद करेगा, बल्कि सर्पदंश की घटनाओं को भी नियंत्रित किया जा सकेगा। शोभा कुमारी की मौत ने एक बार फिर से यह दिखा दिया है कि सर्पदंश जैसी घटनाएं ग्रामीण इलाकों में कितनी गंभीर हो सकती हैं। इस घटना ने एक परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है और पूरे गांव में दुःख का माहौल बना दिया है। यह आवश्यक है कि इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सतर्कता और त्वरित चिकित्सा सहायता को प्राथमिकता दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके।

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