मुख्यमंत्री ने विकास भवन एवं विश्वेश्वरैया भवन के विभिन्न विभागों के कार्यालय का किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश

  • मुख्यमंत्री बोले- सभी मंत्री और अधिकारी समय पर कार्यालय आए, लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई होगी
  • सीएम के सरप्राइज विजिट से अधिकारियों में मचा हड़कंप, भागे-भागे विभाग पहुंचे शिक्षा मंत्री
  • शिक्षा विभाग कार्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
  • मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के कार्यालय का किया निरीक्षण, भवन निर्माण कार्यालय भी पहुंचे
  • उद्योग विभाग कार्यालय के साथ कृषि विभाग कार्यालय की भी मुख्यमंत्री ले ली जानकारी
  • कई विभागों के मंत्री मिले कार्यालय से गायब, मुख्यमंत्री ने फोन लगा कर ली जानकारी
  • केके पाठक समेत कई विभागों के मुख्य सचिव गायब मिले, सीएम ने जताई नाराजगी
  • मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग के कंट्रोल एवं कमांड सिस्टम का जायजा लिया

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों राजधानी पटना के विभिन्न विभागीय कार्यालय का निरीक्षण करने में लगे हुए हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने तीन दिन लगातार पुराने सचिवालय हॉल का निरीक्षण किया था और सभी को समय पर कार्यालय और विभाग में आने निर्देश दिया था। वहीं मंगलवार की सुबह मुख्यमंत्री एक बार फिर राजधानी पटना के विभिन्न विभागों के कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे इसके बाद नीतीश के सरप्राइज विजिट से अचानक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। बता दे कि मंगलवार की सुबह नीतीश कुमार ने राजधानी पटना के विश्वेश्वरैया भवन में भवन निर्माण कार्यालय के विभाग का निरीक्षण किया और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए वहीं इसके बाद मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया और वहां उपस्थित अधिकारियों से कम के बारे में जानकारी ली। बता दें कि जैसे ही भवन निर्माण विभाग और शिक्षा विभाग के मंत्रियों को यह जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री अचानक निरीक्षण करने आए हुए हैं तब अशोक चौधरी और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर भागते हुए अपने विभाग में पहुंचे।
सीएम बोले- सभी मंत्री और अधिकारी समय पर कार्यालय आए, लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई होगी
मंगलवार को सुबह 9:30 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास भवन पहुंच गए। सीएम के आते ही अफरा तफरी मच गई क्योंकि किसी को इसकी जानकारी नहीं थी। भागते-भागते कई अधिकारी कर्मचारी और मंत्री पीछे से पहुंचे। नीतीश कुमार सबसे पहले शिक्षा विभाग में गए जहां कामकाज का जायजा लिया। बिहार का शिक्षा विभाग इन दोनों अपर मुख्य सचिव केके पाठक की कार्यशैली को लेकर चर्चा में है। उस समय शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर कार्यालय में मौजूद नहीं थे। जानकारी मिलते ही मंत्री पहुंच गए। शिक्षा विभाग के बाद मुख्यमंत्री भवन निर्माण विभाग के कार्यालय में पहुंचे। वहां भी विभागीय मंत्री अशोक चौधरी नहीं थे। जानकारी मिलते ही पहुंचे। मुख्यमंत्री के अचानक निरीक्षण के लिए आने से दोनों विभागों के मंत्रियों से लेकर अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया। नीतीश कुमार के लिए पहला मौका नहीं है बल्कि, कुछ दिनों पहले ही उन्होंने दो-दो बार सचिवालय का औचक निरीक्षण किया। सबके आने से पहले ही मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंच जाते और वहां चल रही घटना गतिविधियों का जायजा लेने लगते थे। मुख्यमंत्री के पिछले दो औचक निरीक्षण में कई अधिकारी और कर्मी मौजूद नहीं थे। वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई विभागों में कामकाज के तौर तरीके का जायजा लिया। निरीक्षण के पश्चात् विश्वेश्वरैया भवन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि पहले से तय कर दिया गया है कि सभी लोगों को कार्यालय सुबह साढ़े नौ बजे तक पहुंच जाना है। उसी सिलसिले में हम सब जगह देख रहे हैं। हम देख रहे हैं कि सबलोग समय पर आते है अथवा नहीं, अगर कोई उपस्थित नहीं रहते हैं तो हम उसी समय फोन लगाकर उनसे बात करते हैं विश्वेश्वरैया भवन को हम बड़ा और बेहतर बनवा रहे हैं। हम चाहते हैं कि सबलोग समय पर आएं और ठीक ढंग से काम करें।
कई विभागों के मंत्री मिले कार्यालय से गायब, मुख्यमंत्री ने फोन लगा कर ली जानकारी
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर, गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के कार्यालय पहुंचे लेकिन वे सभी मंत्री अपने कार्यालय कक्षा में उपस्थित नहीं थे मद्यनिषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री सुनील कुमार अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित थे। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे लेकिन जब मुख्यमंत्री उनके कक्ष में खड़े थे तो उसी समय भवन निर्माण मंत्री अपने कार्यालय पहुंचे और देर से पहुँचने की सफाई दी मुख्यमंत्री जब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के कार्यालय कक्ष पहुँचे और वहां वे उपस्थित नहीं थे तो मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री को फोन लगवाया और पूछा कि अभी तक कार्यालय क्यों नहीं पहुंचे हैं. सभी को साढ़े नौ बजे तक कार्यालय पहुंचना है। मंत्रियों के समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और निर्धारित समय पर कार्यालय आने के लिये निर्देशित किया।
केके पाठक समेत कई विभागों के अपन मुख्य सचिव गायब मिले, सीएम ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, कृषि एवं परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह अपने कक्ष में उपस्थित नहीं थे। शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव भी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। इन सभी की अनुपस्थिति पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौण्डिक, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि अपने कार्यालय में उपस्थित थे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक भी अपने कक्ष में नहीं थे।
विश्वेश्वरैया भवन का भी अचानक निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री, अधिकारियों से ली जानकारी
वही इसके पहले मुख्यमंत्री ने मंगलवार को विश्वेश्वरैया भवन अचानक पहुंचकर और सभी से पूछा कि समय पर आते हैं या नहीं। सभी को समय पर आने का निर्देश भी दिया। विश्वेश्वरैया भवन के पास ही भवन निर्माण विभाग का कार्यालय भी है, वहां भी सीएम गए। मुख्यमंत्री के साथ भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी थे और बिहार सरकार के कई वरीय अधिकारी भी मौजूद थे। विश्वेश्वरैया भवन में कई विभागों का कार्यालय है। जिसमें तेजस्वी यादव का कार्यालय पथ निर्माण विभाग भी है। मुख्यमंत्री ने 2008 में ही सचिवालय में 9:30 बजे आने का समय तय किया था। हालांकि पिछले कुछ सालों से मुख्यमंत्री अधिकांश बैठक मुख्यमंत्री आवास में ही करते रहे हैं, लेकिन अब तीन दिन मुख्य सचिवालय और दो दिन मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में बैठक करने का फैसला लिया है। वही जल्द ही मुख्यमंत्री पुलिस मुख्यालय पटेल भवन का भी निरीक्षण करेंगे।
मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग के कंट्रोल एवं कमांड सिस्टम का जायजा लिया
मुख्यमंत्री विश्वेश्वरैया भवन के सातवें तल्ले पर गए और वहां पथ निर्माण विभाग के कंट्रोल एवं कमांड सिस्टम का जायजा लिया। पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुडुक्कलकट्टी ने वहां मुख्यमंत्री को पथों की मॉनीटरिंग सिस्टम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि को निर्देश दिया कि सभी सचिवालय के भवनों पर सोलर प्लेट लगाएं ताकि सौर ऊर्जा का उपयोग हो सके। मुख्यमंत्री ने सचिवालय परिसर में साफ-सफाई एवं वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उपस्थित कर्मियों से बातचीत की और कार्य पद्धति की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।

You may have missed