जनता दरबार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 72 लोगों की सुनी शिकायतें, अधिकारियों को दिए निर्देश

- नालंदा से आए फरियादी की शिकायत सुनकर चौके सीएम, कहा- देखिये नालंदा में ये सब हो रहा है
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार को राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 72 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सुपौल जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी जमीन को फर्जी कागज के आधार पर दूसरे व्यक्ति ने बेच दी है। वहीं सुपौल जिले से ही आयी एक अन्य महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन को कब्जा कर लिया गया है और दबंगों द्वारा मारपीट की जा रही है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। जनता दरबार में सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध विभाग, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भू-तत्व विभाग, निर्वाचन विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग एवं संसदीय कार्य विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई। वही भागलपुर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि जमाबंदी से मेरा नाम हटाकर किसी और का चढ़ा दिया गया है। इसकी शिकायत संबंधित विभाग को करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। वहीं भागलपुर जिले से ही आए एक अन्य बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि 22 डिसीमल जमीन का मेरे पक्ष में फैसला आने के बाद भी भूमि पर कब्जा नहीं दिलाया जा रहा है। इस संदर्भ में हमने संबंधित अधिकारियों से गुहार लगायी लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वही मधेपुरा जिले से आये एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि अंचलाधिकारी द्वारा अनियमितता किए जाने से मेरी निजी जमीन का कब्जा मुझे नहीं मिल पा रहा है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को जांचकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीतामढ़ी जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन पर दबंगों द्वारा जबरन मकान का निर्माण किया जा रहा है। वहीं सीतामढ़ी जिले से ही आए एक अन्य युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं की जा रही है। शिकायत किए जाने के बाद भी संबंधित विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बेगूसराय जिले से आयी एक वृद्ध महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन को दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है और जान से मारने की भी धमकी दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बता दे की सोमवार को जमीन संबंधी और आपराधिक मामले ज्यादा आए। कहीं स्थानीय पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही तो कहीं जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा किया जा रहा है। नालंदा से पहुंचे एक फरियादी की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौंक गए। मामला नालंदा से जुड़ा था इसलिए नीतीश कुमार ने और ध्यान से सुना। पूरा मामला जमीन पर अवैध कब्जा से जुड़ा था। स्कूल की जमीन पर ही दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है। नालंदा के नूरसराय स्थित बेगमपुर गांव से संजय कुमार सिंह शिकायत लेकर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि बेगमपुर में एक पुस्तकालय की जमीन थी जिसको कुछ दबंगों ने तोड़कर घर बना लिया। सीओ साहब को बोलकर थक गए लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री ने अपने पास खड़े अधिकारी से कहा कि राजस्व विभाग को फोन लगाओ। पूरी जानकारी देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि दिखाइए इसको।

इसके साथ जहानाबाद जिले से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी भूमि का अधिग्रहण किए जाने के बाद भी मुझे मुआवजे की राशि अब तक नहीं मिल पायी है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कैमूर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि दलितों की भूमि को दबंगों द्वारा कब्जा कर उस पर तालाब, पोखर का निर्माण कराया जा रहा है। इस संबंध में शिकायत किए जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सीवान जिले से आए एक जेपी सेनानी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैं 9 माह तक सीवान, छपरा और बक्सर जेल में जेपी आंदोलन के दौरान बंद था लेकिन अब तक जेपी सेनानी पेंशन नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, खान एवं भूतत्व मंत्री डॉ. रामानंद यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आरएस भट्ठी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा उपस्थित थे।