PATNA : पुलिस ने 2 साइबर ठग को किया गिरफ्तार, 10 हजार नगद सहित 16 ATM कार्ड वरामद

पटना। राजधानी पटना में पत्रकार नगर पुलिस ने 2 साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। वही इसके पास से भारी संख्या में ATM कार्ड समते अन्य दस्तावेज बरामद किये गये हैं। दोनों भोजपुर और शेखपुरा का रहने वाला है। पुलिस ने इस दौरान साइबर ठग से 10 हजार रुपये नगद भी बरामद किये हैं। तलाशी के क्रम में पकड़े गये दोनों व्यक्तियों से 10 हजार रुपये व विभिन्न बैंको के सोलह ATM कार्ड, कई फोन, स्मार्ट फोन और भारी मात्रा में सीम कार्ड समेत अन्य दस्तावेजी कार्ड बरामद किये गये। वही इतनी अधिक संख्या में ATM कार्ड एवं नगद राशि रखने के बारे में पूछने पर वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। दोनों व्यक्ति पूछा गया कि इतना अधिक संख्या में अलग-अलग बैंको के ATM, डेविड कार्ड किस काम के लिए रखा गया है। उनके पास इतना अधिक नगद राशि कैसे है, यहां ATM के पास क्यों आए थे। पुलिस को देखकर क्यों भागे तो उन्होंने बताया कि हमलोग साइबर ठगी के द्वारा दूसरों के खाते से पैसा निकालने वाला पेशेवर गिरोह के सदस्य है। वही गिरोह का सरगना पुरूषोतम कुमार उर्फ गौतम कुमार वारिसलिगंज थाना नवादा का रहने याला है। इस गिरोह में पुरूषोतम के अन्दर 8 से 10 पेशेवर सदस्य हैं।

वही उन्होंने बताया की वह लोहानीपुर थाना कदमकुआ में एक फ्लैट किराये पर लेकर रहते हैं तथा मोबाइल फोन और लैपटॉप के द्वारा आम आदमी को कॉल कर एवं संदेश भेजकर विभिन्न तरीके से झांसे में डालकर उनके खाता से उनका पैसा दूसरे खाते में डालकर निकाल लेते हैं। वही पूछताछ में बताया कि मोबाइल फोन और लैपटॉप के द्वारा आम आदमी को कॉल कर एवं संदेश, मेल या व्हाट्सप मैसेज भेजकर विभिन्न तरीके से झांसे में डालकर उन्हें पैसा कमाने, ईनाम पाने, नौकरी पाने, कम्पनी का डिस्ट्रीब्युटरशीप प्राप्त करने, ATM बन्द होने, KYC करने, सर्वे करने, लॉटरी मिलने, लक्की विजेता होने आदि का प्रलोभन देकर उनके खाता से उनका पैसा हमलोगों के द्वारा फर्जी तरीके से खुलवाए गए खाते या गरीब लोगों को पैसे का प्रालोभन देकर उनके पहचान पत्र पर खुलावाए गए खाते में डालकर निकाल लेते हैं। इसके लिए हमलोग आम आदमी का फर्जी पहचान पत्र बनाकर विभिन्न बैंको की विभिन्न शाखाओं में फर्जी तरीके से सौकड़ों खाते खुलवाये हैं तथा उनका ATM कार्ड और चेक भी बनवा लिये हैं।

हमारे सरगना पुरूषोतम कुमार उर्फ गौतम कुमार हमलोगों को इसकी ट्रेनिंग देता है। उनके कहने पर हमलोग कॉल, एसएमएस, व्हाट्सअप और ईमेल आदि से लोगों को प्रलोभन देकर तथा अन्य तरीकों से अपने जाल में फंसाते हैं और उन्हें दिग्भ्रमित कर के खाता से पैसा उड़ा लेते है। हमलोग ठगी के लिए जिन सीम कार्ड का उपयोग करते हैं, उन्हें भी ऊंची कीमत पर दूसरे लोगों से खरीदते हैं, जो फर्जी तरीके से साइबर ठगी के लिए उपलब्ध कराने वाली साइबर ठगी से सम्बंधित ठगों के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है।

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